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जानिए 10 प्रमुख पॉइंट्स से पूरा मामला, कोलकाता बलात्कार-हत्याकांड के विरोध में डॉक्टरों ने शुरू की 24 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल

कोलकाता के एक अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर की जघन्य बलात्कार और हत्या के बाद पूरे देश में हंगामा मच गया है। इस घटना के विरोध में, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने आज से 24 घंटे के लिए देशव्यापी हड़ताल और गैर-आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को बंद करने का आह्वान किया है।

1. MA की मांगें: IMA ने रेजिडेंट डॉक्टरों के काम करने और रहने की स्थितियों में सुधार की मांग की है। इसमें 36 घंटे की शिफ्ट, आराम करने के लिए सुरक्षित स्थान, और चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ हिंसा रोकने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाने की मांग शामिल है।

2. हड़ताल का समय: हड़ताल आज सुबह 6 बजे से शुरू हो गई है और रविवार तक जारी रहेगी। इस दौरान सभी आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी, लेकिन नियमित ओपीडी सेवाएं और वैकल्पिक सर्जरी नहीं की जाएंगी।

3. सुरक्षा प्रोटोकॉल: IMA ने अस्पतालों के सुरक्षा प्रोटोकॉल को “एयरपोर्ट से कम नहीं” सुनिश्चित करने की मांग की है। अस्पतालों को सीसीटीवी से लैस किया जाना चाहिए और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती बढ़ानी चाहिए।

4. मुआवजा और जांच: IMA ने इस “बर्बर” अपराध की गहन और त्वरित जांच की मांग की है और पीड़ित परिवार को “उचित और सम्मानजनक” मुआवजा देने की मांग की है।

5. संघों का समर्थन: अखिल भारतीय चिकित्सा छात्र संघ (AIMSA) और फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) जैसे प्रमुख मेडिकल छात्र संगठनों ने इस हड़ताल में शामिल होने का निर्णय लिया है।

6. विरोध मार्च: IMA की चंडीगढ़ इकाई ने OPD सेवाओं को निलंबित कर दिया है और आज सुबह 11 बजे से विरोध मार्च निकालेगी। बेंगलुरु में, IMA कार्यालय में 1,000 से अधिक डॉक्टरों के भाग लेने की संभावना है।

7. विदेशी साक्षात्कार: डॉक्टरों के विरोध मार्च और इस भयानक बलात्कार-हत्या कांड के खिलाफ धरना देने के एक दिन बाद, IMA ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।

8. दिल्ली में विरोध: दिल्ली में, एम्स और राम मनोहर लोहिया अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने शुक्रवार को निर्माण भवन में एकत्र हुए और इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला।

9. कोलकाता में असंतोष: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने असंतोष व्यक्त किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले को गलत तरीके से संभाला और तृणमूल कांग्रेस सरकार ने आरोपियों को बचाने के लिए सबूत नष्ट करने की कोशिश की।

10. सीबीआई जांच: कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा की जा रही है। सीबीआई अधिकारी ने बताया कि 30 संदिग्धों की पहचान की गई है और उनसे पूछताछ शुरू की गई है।

NEWS SOURCE Credit : punjabkesari

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