विज्ञापन के नाम पर फैले भ्रष्टाचार की नगर निगम विज्ञापन एजेंसियों ने खोली नगर निगम की पोल
बरेली:- एडवरटाइजिंग एजेंसी एसोसिएशन ने नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ नगर निगम की पूर्ण उजागर करते हुए कहा नगर निगम में विज्ञापन एजेंसियों का लगातार शोषण किया जा रहा है। नगर निगम के वरिष्ठ नेता और अधिकारी गण अपने पदों का दुरुपयोग कर रहे हैं। नगर निगम की विज्ञापन नियमावली में कोई संशोधन नहीं किया जा रहा है। पहले जीएसटी 13000 के आसपास थी। बढ़ाकर 85 हजार कर दिया गया। आरटीआई के तहत कुछ सवाल विज्ञापन संबंधी मांगे गए थे, जिसका वितरण नगर निगम द्वारा को जवाब नहीं दिया गया है। विज्ञापन एजेंसी द्वारा अनेक बार अनुरोध किए जाने के बाद भी विज्ञापन कंपनियों की कोई सुनवाई नहीं की गई है। एडवरटाइजिंग एजेंसी के अध्यक्ष दीपक गुप्ता ने बताया कि नियमों के विरुद्ध विज्ञापन प्रक्रिया को अपनाया जा रहा है। स्टैंडर्ड ए क्लास सिटी के अनुसार रखे गए, जबकि बरेली उनके अनुरूप नहीं है। इसलिए विज्ञापन एजेंसी मानसिक पीड़ा से गुजर रही है। अधिकारियों द्वारा विज्ञापन एजेंसियों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। अखबार में विज्ञापन निकालकर नगर निगम में नई बायलॉज बनाने और पंजीकरण करने के लिए एजेंसियों को आमंत्रित किया था, जिसमें ₹50000 की सिक्योरिटी रखी गई। एजेंसी होने करा कर बैलेंस भी ले ली। अधिकारियों द्वारा अभी तक उसको नवीनीकरण नहीं किया गया है। एडवरटाइजिंग एजेंसी एसोसिएशन ने नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने का संकल्प लिया है।
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