Mainpuri By Election: प्रशासन सत्ता के साथ जनता डिंपल के साथ: योगेश प्रताप सिंह

Mainpuri By Election: मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव के प्रचार का शोर शनिवार शाम पांच बजे से थम गया। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सपा और भाजपा के नेताओं ने जिले में कई सभाएं की। जनसंपर्क कर अपने-अपने प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे।
मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में लगभग एक माह बाद शनिवार शाम को चुनाव प्रचार थम गया। चुनाव प्रचार थमने से पहले भाजपा और सपा के नेताओं ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी। अब पांच दिसंबर को होने वाले मतदान में मतदाता चुनाव लड़ रहे छह प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। पांच नवंबर को निर्वाचन आयोग ने इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी थी। इसके बाद से ही राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में सक्रिय हो गए थे। दस नवंबर से नामांकन शुरू होने के बाद सपा ने डिपंल यादव को प्रत्याशी बनाया तो वहीं भाजपा ने रघुराज सिंह शाक्य को प्रत्याशी बनाया।
सपा और भाजपा ने प्रचार में झोंकी ताकत
इसके अलावा भाजपा की ओर जहां प्रदेश से लेकर केंद्रीय नेताओं ने प्रचार किया। वहीं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से लेकर विधायकों और पूर्व विधायकों ने भी ताकत झोंक दी। लगातार एक के बाद एक सभाएं, रैलियां और संपर्क जारी रहे। अब पांच दिसंबर को मतदान होना है, ऐसे में शनिवार को शाम पांच बजे से चुनाव प्रचार थम गया। पांच दिसंबर को मतदाता छह प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। रविवार को ही पोलिंग पार्टियों की रवानगी की जाएगी। सोमवार को मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो जाएगा, जो शाम तक चलेगा। मतदान के बाद पोलिंग पार्टी ईवीएम को मंडी स्थित स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखवाएंगे। इसके बाद आठ दिसंबर को मतगणना होगी।
बदले अंदाज को भाजपा ने बनाया हथियार
पत्नी डिंपल यादव को प्रत्याशी घोषित के करने के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पूरे चुनाव की कमान खुद संभाल ली। चाचा शिवपाल यादव के साथ अखिलेश का मिलन सुखियां बना। मतदाताओं को अचंभित करने वाला यह घटनाक्रम यहीं नहीं थमा। खुद अखिलेश, डिंपल यादव सहित पूरा परिवार गांव-गांव, घर-घर वोट मांगने पहुंचा।
हर जगह मुलायम सिंह को वोट के रूप में श्रद्धांजलि देने की अपील की। ऐसा प्रचार अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट पर अपने खुद के चुनाव में भी नहीं किया था। भाजपा ने अखिलेश यादव के इस बदले अंदाज को भी प्रहार का हथियार बनाया। भाजपा नेताओं ने हर मंच से कहा कि उनको सामने हार दिख रही है, इसलिए गांव-गांव घूमने को मजबूर हुए हैं।
जनता डिंपल यादव के साथ हैं: योगेश प्रताप सिंह
दरअसल भाजपा ने इस बार मैनपुरी के चुनावी इतिहास का सबसे जबरदस्त प्रचार किया है मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायकों की बड़ी फौज पूरे लोकसभा क्षेत्र को मथने में लगी है तो वही समाजवादी पार्टी भी कहीं से प्रचार-प्रसार में पीछे होती नजर नहीं आ रही है एक तरफ जहां अखिलेश यादव खुद घर-घर जाकर वोट की अपील कर रहे हैं तो वही अन्य जिलों से आए हुए मंत्री व विधायकों ने भी कोई कमी नहीं छोड़ी है आपको बता दें गोंडा जिला से सामाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे योगेश प्रताप सिंह ने भोगांव विधानसभा की कमान संभाली है पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह का कहना है कि भाजपा प्रशासन के बल पर चुनाव जीतना चाह रही हैं लेकिन इस बार जनता ने नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित करने का पूरा मन बना लिया है और समाजवादी पार्टी प्रत्याशी डिंपल यादव की भारी मतों से जीत होना निश्चित है आपको बता दें कि पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह कोई नए राजनीतिक नहीं है बसपा सुप्रीमो मायावती, मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव, की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि मैनपुरी सीट में डिंपल यादव की जीत निश्चित है पिछले काफी समय से मैनपुरी की विधानसभाओं में प्रचार प्रसार कर रहा हूं और जनता इस बार पूर्ण रूप से मन बना चुकी है जीत समाजवादी पार्टी की निश्चित है।
चुनाव पर एक नजर
लोकसभा क्षेत्र का नाम- मैनपुरी
विधानसभाएं- मैनपुरी, भोगांव, किशनी, करहल, जसवंतनगर
ये प्रत्याशी हैं मैदान में
– डिंपल यादव, सपा
– रघुराज सिंह शाक्य, भाजपा
– भूपेंद्र सिंह धनगर, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी
– प्रमोद यादव, भारतीय कृषक दल
– सुषमा देवी, निर्दलीय
– सुरेश चंद्र, निर्दलीय
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