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Ayushman Yojana: कागजों पर हुआ इलाज, हकीकत में डकार गए लाखों रुपये

Ayushman Yojana: सरकारी योजनाएं गरीबों के लिए होती हैं, लेकिन जरूरतमंदों को इसका कितना लाभ मिल रहा है, यह आज भी बड़ा सवाल बना हुआ है। केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार की सरकार आने के बाद देश डिजिटलीकरण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा। सरकारों को लगने लगा कि सब कुछ ऑनलाइन हो जाने से भ्रष्टाचार थम जाएगा, लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं है। क्योंकि भ्रष्टाचारियों को जब जिम्मेदारी मिलेगी तो भ्रष्टाचार कैसे रुकेगा, यह सोचने वाली बात है। सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के अनेक उदाहरण सबके सामने है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात (Kanpur Dehat) से सामने आया है। यहां आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) के लाभार्थियों के नाम पर बड़ा घोटाला किया गया है। लाखों रुपये घोटाला किए जाने की बात सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। जानकारी के मुताबिक, आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) में निजी अस्पतालों ने जमकर फर्जीवाड़ा किया है। इसका खुलासा खुद विभागीय ऑडिट रिपोर्ट के बाद हुआ है।

सूत्रों की मानें तो ऑडिट रिपोर्ट में पता चला है कि कानपुर देहात के 3 निजी अस्पतालों के आईसीयू में फर्जी तरीके से आयुष्मान कार्ड धारक कई मरीजों की एंट्री दिखा दी गई, जबकि वास्तविक मरीजों की संख्या काफी कम थी। घोटाला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इन अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है। कानपुर देहात के तीन निजी अस्पतालों में पहला अस्पताल है-राजावत सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, दूसरा है-नोवा ग्रेस अस्पताल और तीसरा ईशा हॉस्पिटल शामिल है। स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम जब यहां पड़ताल करने पहुंची तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।

ऑडिट में खुलासा हुआ है कि इन तीनों अस्पतालों के आईसीयू वार्ड में कागजों पर आयुष्मान कार्ड के मरीजों की संख्या में बड़ी धांधलेबाजी की गई और दवाई खरीदी से लेकर टेस्ट तक में लाखों रुपये का घोटाला किया गया है। इन अस्पतालों की तरफ से दावा किया था कि उनके यहां आईसीयू में आयुष्मान योजना के कई मरीजों का इलाज हुआ। लेकिन जांच में पता चला कि किसी अस्पताल में 2, तो किसी में 3 ही मरीज भर्ती हुए थे। इस संबंध में कानपुर देहात के सीएमओ एके सिंह का कहना है कि जिन अस्पतालों में फर्जीवाड़ा पाया गया है उसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि राजावत अस्पताल, नोवा ग्रेस अस्पताल और ईशा हॉस्पिटल को नोटिस जारी करते हुए, इनकी आयुष्मान कार्ड की आईडी ब्लॉक कर दी गई है।

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