Monday, September 25, 2023

Ghosi By-Election Result: घोसी से सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह जीते, इंडिया की पहले परीक्षा में अखिलेश पास

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Ghosi By-Election Result: घोसी विधानसभा उप चुनाव में सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) ने बड़े वोटों के अंतर से जीत दर्ज कर ली है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और बीजेपी प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को 49 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया है। घोसी सीट पर सपा और बीजेपी प्रत्याशी के बीच मुख्य मुकाबला था। दोनों दलों के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था। सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) को जहां इंडिया (I.N.D.I.A) गठबंधन का समर्थन था, वहीं एनडीए (NDA) के सहयोगी दल भी बीजेपी प्रत्याशी की जीत सुनिश्चत कराने के लिए पूरा जोर लगा दिया था। जानकारों की मानें तो घोसी उप चुनाव के नतीजे का असर आगामी लोकसभा चुनाव 2024 पर भी पड़ेगा। वहीं घोसी जीत के साथ विपक्षी गठबंधन में शामिल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का कद बढ़ गया है। क्योंकि गठबंधन के बाद जहां यह पहला चुनाव था, वहीं सपा के सामने अपने गढ़ में अपनों की चुनौती थी। बता दें कि विधानसभा चुनाव 2022 में दारा सिंह चौहान सपा के टिकट से चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की थी।

दारा सिंह चौहान के बीजेपी में शामिल होने की वजह से ही घोसी विधानसभा की सीट रिक्त हुई थी। वहीं बीजेपी ने दारा सिंह चौहान को घोसी से प्रत्याशी बनाकर उन्हें दोबारा से विधायक बनाना चाहती थी। लेकिन इंडिया गठबंधन ने बीजेपी के मंसूबे पर पानी फेर दिया है। वहीं सपा ने दोबारा से इस सीट पर जीत हासिल कर यह संदेश देने में सफल रही है कि लोकसभा चुनाव में वह बीजेपी को कड़ी टक्कर देने में सक्षम हैं।

सपा-कांग्रेस में बढ़गी खटास

इंडिया गठबंधन में पहला चुनाव जीत कर समाजवादी पार्टी अन्य सहयोगी दलों को यह संदेश देने में सफल रही है कि उत्तर प्रदेश में वह काफी मजबूत स्थिति में है। लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर सपा पर दबाव बनाने वाली पार्टियों को भी संदेश मिल गया है। क्योंकि गठबंधन में शामिल कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बीते दिनों बयान किया था कि उनकी पार्टी प्रदेश की सभी सीटों पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। अजय राय के इस बयान से समझा जा सकता है कि यूपी में कांग्रेस ज्यादा सीट हासिल करना चाह रही है। जबकि प्रदेश में सपा दूसरे नंबर की पार्टी और वह कम सीटों पर समझौता नहीं कर सकती। ऐसे में लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर विपक्षी एकता में दरार पड़नी तय मानी जा रही है।

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