Archana Gautam: नेताओं पर दल बदलने के आरोप लगते रहते हैं, जबकि कड़वा सच यह भी है कि दलों को चुनाव के हिसाब से नेताओं की जरूरत है। जिताऊं नेता हर किसी को चाहिए। वहीं नेताओं के सामने चुनाव जीतने के साथ-साथ अपनी पार्टी को सत्ता में लाने की चुनौतियों से दो-चार होना पड़ता है। जनता के बीच लोकप्रियता कम होते ही नेताओं की पार्टी में तरजीह मिलना भी समाप्त हो जाता है। ‘बिग बॉस 16’ फेम और पूर्व कांग्रेस नेत्री अर्चना गौतम (Archana Gautam) के साथ भी पार्टी ने वही किया जो अब तक अन्य नेताओं के साथ करती आई है। लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश के हस्तिनापुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी रही अर्चना गौतम (Archana Gautam) को कांग्रेस ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह वहीं अर्चना गौतम हैं, जिसे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने गले लगाकर पार्टी में शामिल कराया था। लेकिन चुनाव में मिली हार के बाद अर्चना गौतम (Archana Gautam) की राजनीति हाशिए पर चली गई। जिस प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) ने गले लगाया था, वही अर्चना गौतम को मिलने से मना कर दिया।
मेरठ कांग्रेस महानगर और जिला कमेटी ने कई मामलों में अर्चना गौतम की पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता को देखते हुए पार्टी से निष्कासित करने का फैसला किया है। जबकि इससे एक दिन पहले दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय पर अर्चना गौतम के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए बाहर निकाल दिया गया था। बताया जा रहा है कि 29 सिंतबर को अर्चना गौतम दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय पर पहुंची थीं, इसी दौरान नेताओं से उनका विवाद हो गया। अर्चना गौतम के साथ कांग्रेस नेताओं की धक्का-मुक्की का यह वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल भी हुआ।
बताया जा रहा है अर्चना गौतम शुक्रवार को अपने पिता के साथ कांग्रेस मुख्यालय पहुंची हुई थीं। यहां वह महिला आरक्षण बिल को लेकर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात कर उनको बधाई देना चाहती थीं। लेकिन, यहां पहुंचने पर उनको कांग्रेस मुख्यालय में एंट्री नहीं दी गई और वहीं कुछ महिलाओं ने उनके साथ बदतमीजी करते हुए उन्हें धक्का देकर बाहर निकाल दिया। अपने साथ हुई बदसलूकी पर अर्चना गौतम ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी मुख्यालय के बाहर उनके साथ मारपीट की गई।
उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल पास होने पर वह राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी को बधाई देने गई थीं। इस दौरान उनके साथ उनके पिता भी थे। लेकिन कांग्रेस मुख्यालय में उन्हें एंट्री ही नहीं दी गई। प्रियंका गांधी के पीए संदीप सिंह भी इस दौरान वह मौजूद था। अर्चना गौतम (Archana Gautam) का आरोप है कि प्रियंका गांधी वाड्रा के पीए संदीप सिंह के इशारे पर पार्टी नेताओं ने उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए मारपीट की।