पिरामल फाइनेंस का नेटवर्क 500 शाखाओं के पार पहुंचा, वित्त वर्ष 25 में 100 नई शाखाएं जोड़ने की योजना
मुंबई: पिरामल एंटरप्राइजेज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी पिरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, जिसे पिरामल फाइनेंस के नाम से जाना जाता है, ने आज घोषणा की कि उसने वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही तक 500 शाखाओं का आंकड़ा पार कर लिया है। पिछले एक साल में, कंपनी ने 100 से ज्यादा शाखाएं जोड़ी हैं, जिनमें पारंपरिक और माइक्रोफाइनेंस दोनों शाखाएं शामिल हैं। इससे इसका नेटवर्क 26 राज्यों में 501 पारंपरिक शाखाओं और 210 माइक्रोफाइनेंस शाखाओं तक पहुँच गया है। ये शाखाएं देश के बाजारों में 13,000 से ज्यादा स्थानों पर सेवाएँ देती हैं। कंपनी ने वित्त वर्ष 25 में 100 और शाखाएं जोड़ने की योजना बनाई है, जिससे 1,000 स्थानों पर 600 से अधिक पारंपरिक शाखाओं तक इसकी उपस्थिति का विस्तार होगा।
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कंपनी का एयूएम 70,576 करोड़ रुपये को पार कर गया है, जिसमें से 72 प्रतिशत हिस्सा रिटेल बिजनेस से आता है। देशभर में फाइनेंस सुविधाओं से वंचित अथवा सीमित सुविधाओं वाले बाजारों की सेवा करने के लिए पिरामल फाइनेंस अपने रिटेल पोर्टफोलियो का तेजी से विस्तार कर रहा है। वर्तमान में, इसका 80 फीसदी व्यवसाय मेट्रो के नजदीकी क्षेत्रों और टियर 2 और 3 बाजारों से आता है, जिसमें 40 फीसदी से अधिक उधारकर्ता 18 से 34 वर्ष की आयु के हैं।
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पिरामल फाइनेंस के रिटेल ऋण पोर्टफोलियो में गृह ऋण, लघु व्यवसाय ऋण, प्रयुक्त कार ऋण और असुरक्षित ऋण शामिल हैं। इनोवेशन और टैक्नोलॉजी-समर्थित ऋण के संयोजन के माध्यम से पिरामल फाइनेंस ने भारत की सेवा के लिए एक मल्टी प्रॉडक्ट रिटेल लोन प्लेटफॉर्म विकसित किया है। इस रणनीति के तहत फिजिकल और ऑनलाइन तरीकों से कार्य पूरा किया जाता है। कंपनी अपने ग्राहकों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 13 से अधिक ऋण उत्पाद प्रदान करती है। वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही से वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही तक, पिरामल फाइनेंस ने अपने कस्टमर बेस में 11 लाख से ज्यादा ग्राहक जोड़े, जिससे इसकी कुल ग्राहक फ्रेंचाइज़ी 40 लाख हो गई। पिरामल फाइनेंस के एमडी जयराम श्रीधरन ने कहा, ‘‘पिरामल फाइनेंस में, हमारे लिय यह प्रसन्नता की बात है कि हमने वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में रिटेल लोन सेगमेंट में मजबूत बढ़त हासिल की है और अब हम इस गति को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम भारत में, ख़ास तौर पर टियर 2 और टियर 3 शहरों में, तकनीक में निवेश करके और अपने शाखा नेटवर्क का विस्तार करके बजट के प्रति जागरूक ग्राहकों की सेवा करना जारी रखेंगे। हमारा लक्ष्य गैर-मेट्रो बाज़ारों में और गहराई से पैठ बनाना, आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देना और अपने ग्राहकों के लिए वैल्यू को अनलॉक करना है।
पिरामल फाइनेंस भारत की सबसे बड़ी राष्ट्रीय एनबीएफसी में से एक है और कंपनी अपने रिटेल बिजनेस का विस्तार करने का निरंतर प्रयास कर रही है। कंपनी की योजना है कि उसकी कुल लोन बुक का 75 प्रतिशत हिस्सा रिटेल बिजनेस के जरिये मिले, जबकि शेष 25 प्रतिशत होलसेल लैंडिंग के रूप में होगा। वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही तक, खुदरा बुक का हिस्सा 72 फीसदी या लगभग 50,530 करोड़ रुपये था, जबकि थोक बुक का हिस्सा 28 फीसदी था। कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 28 तक अपने एयूएम को मौजूदा स्तर से बढ़ाकर 1.5 लाख करोड़ रुपये करना है।