हरियाणा चुनावः कांग्रेस की पहली लिस्ट के बाद बिगड़ी बात, क्यों AAP का साथ चाहते हैं राहुल गांधी
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच सीट शेयरिंग को लेकर उठा-पटक जारी है। अब तक इसको लेकर कोई फैसला नहीं हो सका है। दूसरी तरफ कांग्रेस का ही एक खेमा AAP के साथ गठबंधन से पूरी तरह खिलाफ है। 12 सितंबर ही नामांकन की आखिरी तारीख है और अब तक सीट शेयरिंग पर बात नहीं बनी है। ऐसे पूरी संभावना है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग-अलग ही चुनाव लड़ेंगी।
इसे भी पढ़ें-कपड़ा सेक्टर में ऑर्डरों की आई बाढ़, बांग्लादेश की अशांति का भारत को मिल रहा लाभ
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच सीट शेयरिंग को लेकर उठा-पटक जारी है। अब तक इसको लेकर कोई फैसला नहीं हो सका है। दूसरी तरफ कांग्रेस का ही एक खेमा AAP के साथ गठबंधन से पूरी तरह खिलाफ है। 12 सितंबर ही नामांकन की आखिरी तारीख है और अब तक सीट शेयरिंग पर बात नहीं बनी है। ऐसे पूरी संभावना है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग-अलग ही चुनाव लड़ेंगी।
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट की मानें तो कांग्रेस ने जिन सीटों पर उम्मीदवार का ऐलान किया है उनमें से कुछ सीटों पर आम आदी पार्टी चुनाव लड़ना चाहती है। कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक पार्टी ऐसी सीटें नहीं छोड़ना चाहती जिनपर उसकी स्थिति मजबूत बताई जाती है। तीसरे राउंड की बैठक के बाद बाबरिया ने कहा, सीट शेयरिंग पर बात हो रही है। वहीं कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि आम आदमी पार्टी लगभग 20 सीटों की मांग कर रही थी। जिसपर कांग्रेस तैयार नहीं थी। हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं।
इसे भी पढ़ें-सेंसर बोर्ड ने मांगे तीन कट और दस बदलाव, कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज पर विवाद
हरियाणा की कांग्रेस यूनिट भी गठबंधन नहीं चाहती है। वहीं AICC आलाकमान इंडिया गठबंधन की एकता बनाए रखने के पक्ष में है। राहुल गांधी भी चाहते हैं कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन बरकरार रहे। आम आदमी पार्टी के सूत्रों का कहना है कि पार्टी 90 में से कम से कम 50 पर लड़ने की तैयारी कर रही है। रविवार तक पार्टी प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकती है। कुछ लोगों का कहना है कि कांग्रेस के साथ बातचीत लगभग खत्म हो चुकी है।
NEWS SOURCE Credit : livehindustan