सीएम योगी के प्रयास से यूपी के अस्पतालों को मिला एनक्वास सर्टिफिकेट, अब सरकारी इलाज पर बढ़ा भरोसा
बीकेटी सीएचसी बना राज्य का पहला एनक्वास प्रमाणित स्वास्थ्य केंद्र, साफ-सफाई से लेकर इलाज तक हर मोर्चे पर अव्वल

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच और प्रयासों से उत्तर प्रदेश की सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था को नई दिशा मिली है। अब प्रदेश के सरकारी अस्पताल सिर्फ नाम भर नहीं, बल्कि गुणवत्ता में प्राइवेट अस्पतालों को टक्कर दे रहे हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है लखनऊ का बीकेटी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC), जो प्रदेश का पहला एनक्वास प्रमाणित अस्पताल बना है।
एनक्वास ने बदली अस्पतालों की तस्वीर
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एनक्वास (National Quality Assurance Standards) प्रमाणन मिलने से अस्पतालों में साफ-सफाई, व्यवहार, जांच और इलाज की गुणवत्ता में बड़ा सुधार हुआ है।
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अब तक प्रदेश की 507 स्वास्थ्य इकाइयों को एनक्वास प्रमाणन मिल चुका है।
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सीएम योगी का लक्ष्य है कि 2025 के अंत तक 50% स्वास्थ्य इकाइयां प्रमाणित हों।
बीकेटी सीएचसी की खासियतें
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350 से 500 मरीज प्रतिदिन OPD में आते हैं।
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लखनऊ का पहला ब्लड बैंक वाला CHC।
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कम्यूटराइज्ड प्रणाली, ऑनलाइन लैब रिपोर्ट और टोकन व्यवस्था से मरीजों को मिल रही है राहत।
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सर्जरी, प्रसव, बच्चों और महिलाओं के इलाज की पूरी सुविधा मौजूद।
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2024 में 57 ब्लड ट्रांसफ्यूजन, 550 एक्सरे और 150 प्रसव दर्ज।
मरीजों का भरोसा, सिस्टम की सफलता
बरगदी गांव की राबिया खातून और माल ब्लॉक की रामस्नेही जैसे कई मरीजों ने बताया कि पहले उन्हें इलाज के लिए शहर जाना पड़ता था, लेकिन अब बीकेटी सीएचसी में ही इलाज, जांच और दवाएं सब कुछ मिल जाता है।
नवजातों के लिए विशेष सुविधा
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न्यू बार्न स्टेबलाइजेशन यूनिट (NBSU) और कंगारू मदर केयर सेंटर (KMC) जैसी सेवाएं भी उपलब्ध हैं।
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प्रतिदिन 15 से 20 टेलीमेडिसिन परामर्श, और 60 लैब जांच होती हैं।
आंकड़ों में बीकेटी CHC
सेवा | आंकड़ा |
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OPD मरीज | 350-500 प्रतिदिन |
प्रसव | 120-150 प्रति माह |
सीजेरियन | 10-12 प्रति माह |
एक्सरे | 550 प्रति माह |
ब्लड ट्रांसफ्यूजन | 57 (2024) |
लैब टेस्ट | 60 प्रतिदिन |
KMC बच्चे | 10-15 प्रतिदिन |
एनक्वास प्रमाणन के मानक
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अस्पताल की साफ-सफाई और हाइजीन
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मरीजों से बेहतर व्यवहार
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प्रेग्नेंसी, बच्चों और किशोरों की विशेष देखभाल
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संक्रामक और गैर-संक्रामक बीमारियों का प्रबंधन
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सभी सेवाओं की गुणवत्ता और पारदर्शिता
निष्कर्ष
सीएम योगी की अगुआई में उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य प्रणाली में यह भरोसे और गुणवत्ता की नई दीवार खड़ी हो रही है। एनक्वास प्रमाणन न सिर्फ आंकड़ों में, बल्कि हर मरीज के अनुभव में दिख रहा है।
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