Gonda: तीन बसें, चार जीप/टैक्सी और तीन ई-रिक्शा सीज, 1.25 लाख का लगाया गया जुर्माना
डीएम नेहा शर्मा के आदेश पर गोण्डा शहर को जाम मुक्त बनाने की कवायद शुरू
Gonda: जिलाधिकारी नेहा शर्मा के आदेश पर शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने और इसे जाम मुक्त करने की कवायद शुरू हो गई है। इसके तहत गुरुवार को जिला प्रशासन द्वारा विशेष अभियान चलाया गया। गुरुनानक चौराहे से जिला महिला अस्पताल तक सड़क पर लगी दुकानों को पीछे हटाया गया। पथ विक्रेताओं को अपने ठेले वेंडिंग कमेटी द्वारा निर्धारित स्थानों पर ही लगाने के निर्देश भी दिए गए।
इस दौरान बस अड्डे और उसके आसपास वाहनों की सघन जांच की गई, जिसमें तीन बसें, चार जीप/टैक्सी और तीन ई-रिक्शा को यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर सीज किया गया। इसके अतिरिक्त, जिला महिला अस्पताल के गेट पर अवैध रूप से पार्क की गई 20 मोटरसाइकिलों का चालान किया गया। इस दौरान कुछ लोगों ने माहौल खराब करने की कोशिश की, लेकिन प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया और दो व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की गई।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में बीती 23 सितंबर को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में जिलाधिकारी ने शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए थे। डीएम के आदेशों के क्रम में गुरुवार को विशेष अभियान संचालित किया गया। इस अभियान का नेतृत्व नगर मजिस्ट्रेट विजय शर्मा ने किया, जिसमें पीटीओ शैलेन्द्र तिवारी, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक कपिल देव, कोतवाल (नगर) मनोज पाठक और स्थानीय चौकी प्रभारी की प्रमुख भूमिका रही।
यात्री कर अधिकारी शैलेन्द्र तिवारी ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत कुल 1.25 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना और शहर को जाम मुक्त बनाना है। उन्होंने बताया कि बस स्टॉप के एक किलोमीटर के दायरे में निजी वाहनों द्वारा यात्रियों को बैठाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित ड्राइविंग को प्राथमिकता दें। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की चेकिंग और कार्रवाई आगे भी जारी रहेंगी, ताकि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सके।
यह हैं जिलाधिकारी के निर्देश
– स्कूली बच्चों की सुरक्षा प्रशासन की उच्च प्राथमिकताओं में शामिल है और इसकी जिम्मेदारी शिक्षण संस्थानों एवं अभिभावकों की भी होगी, अतः यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।
– दुर्घटना बाहुल्य ब्लैक स्पॉट पर दुर्घटनाओं को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए होर्डिंग एवं बैनर के माध्यम से की गई कार्यवाही का सत्यापन कराया जाए।
– समस्त विद्यालयों के प्रबंधकों एवं संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द सभी लोग अपने-अपने स्कूली वाहनों का परमिट एवं फिटनेस प्रमाण पत्र लेकर परिवहन विभाग को अवगत कराएं, अन्यथा की दशा में ऐसे वाहनों का रजिस्ट्रेशन तत्काल निरस्त करते हुए कार्रवाई की जाएगी।
– सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से की जाने वाली प्रवर्तन कार्यवाही जैसे वाहनों में बैकलाइट, हेडलाइट एवं इंडिकेटर, दोपहिया वाहनों में हेलमेट का प्रयोग, चारपहिया वाहनों में सीट बेल्ट का प्रयोग तथा व्यावसायिक वाहनों/ट्रैक्टर ट्रॉलियों में रिफ्लेक्टर के प्रयोग के संबंध में पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
– हाइवे किनारे स्थित ढाबों, पेट्रोल पंप आदि पर यातायात नियमों के प्रति जागरूकता फैलाई जाए।
– शहर में गुरुनानक चौराहा, अम्बेडकर चौराहा तथा झूलेलाल चौराहे पर सिग्नल लाइट एवं ऑटोमेटिक कैमरे से चालान की व्यवस्था जल्द कराई जाए।
– – मनकापुर बस स्टॉप और वी-मार्ट के सामने रोड के किनारे अवैध रूप से लगे सब्जी और फल के ठेलों को तत्काल अनाउंसमेंट कराकर हटाया जाए, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।