राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने विभिन्न देशों के लिए अलग-अलग संदेश दिए। भारत के लिए उन्होंने क्या संदेश दिया, यह भी चर्चा का विषय रहा है।
राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के लिए विशेष संदेश दिया।

राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा ऐलान: भारत के लिए दिया खास संदेश, दुनियाभर में चर्चा
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद उन्होंने तेजी से कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। इनमें पूर्ववर्ती बाइडन प्रशासन के 78 फैसलों को पलटने का कदम भी शामिल है। आइए जानते हैं, इन कार्यकारी आदेशों में दुनिया के लिए क्या संदेश छिपा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने भारत के लिए विशेष संदेश देते हुए दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने की बात कही। ट्रंप ने भारत की वैश्विक भूमिका की सराहना करते हुए इसे दुनिया के लिए महत्वपूर्ण बताया। उनके इस संदेश ने भारत-अमेरिका साझेदारी को नई दिशा देने के संकेत दिए हैं। ट्रंप के इस बयान पर दुनियाभर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद कई अहम कार्यकारी आदेशों पर दस्तखत किए हैं। इनमें कैपिटल हिल हिंसा के दोषियों को माफी देना, पेरिस जलवायु समझौते और डब्लूएचओ से बाहर होने के फैसले, और दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल लागू करना शामिल है। इसके अलावा, ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडेन प्रशासन के 78 फैसलों को पलट दिया है। आइए जानते हैं, ट्रंप के कार्यकारी आदेशों से दुनिया के 10 देशों के लिए क्या संदेश निकलता है।
ब्रिक्स देशों को ट्रंप का संदेश
डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को एक चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने डॉलर की जगह किसी और मुद्रा में व्यापार करने का विचार किया, तो उन पर 100 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा। ओवल ऑफिस में राष्ट्रपति बनने के बाद अपने पहले बयान में ट्रंप ने इसे धमकी न मानने की अपील करते हुए कहा कि यह उनके प्रशासन का स्पष्ट रुख है।
मध्य पूर्व में तनाव का क्या होगा?
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद सबसे बड़ी चर्चा इस बात को लेकर हो रही है कि दुनिया में जारी युद्धों का क्या होगा। गाजा में पिछले 15 महीने से चल रहे इजरायल-हमास युद्ध में रविवार को एक युद्धविराम समझौता लागू हुआ, और कहा जा रहा है कि इस समझौते को लागू करवाने में ट्रंप की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने तीन इजरायली बंधकों की रिहाई का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वे मध्य पूर्व में शांति लाने वाले और सभी को जोड़ने वाले नेता बनेंगे।
कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको से आने वाले उत्पादों पर 1 फरवरी से 25% टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा की है। उनका कहना था कि ये दोनों देश बड़ी संख्या में लोगों को अमेरिका आने की इजाजत दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को अमेरिकी व्यापार नीतियों की समीक्षा करने का आदेश दिया और कहा कि वे सभी तरह के आयात पर यूनिवर्सल टैरिफ लागू कर सकते हैं, क्योंकि अन्य देश अमेरिका का फायदा उठा रहे हैं।
क्यूबा, निकारागुआ, हैती और वेनेजुएला पर फैसला
राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने क्यूबा, निकारागुआ, हैती और वेनेजुएला से अमेरिका आने वाले प्रवासियों के लिए काम करने की अनुमति देने वाले कार्यक्रम पर रोक लगा दी। इन देशों के प्रवासियों को अमेरिका में दो साल तक काम करने की इजाजत दी जाती थी, बशर्ते उनका नियोक्ता हो और उन्होंने सुरक्षा जांच पास की हो। इस कार्यक्रम के जरिए 2023 में 5 लाख से अधिक प्रवासी अमेरिका पहुंचे थे।