अखिलेश यादव के पत्र पर चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान, मुस्लिम महिलाओं के हक में आया फैसला, बुर्का हटाकर चेहरा नहीं देख सकती पुलिस…
Lucknow News: यूपी विधानसभा उपचुनाव के लिए बुधवार को होने वाली वोटिंग से पहले समाजवादी पार्टी की आपत्ति पर चुनाव आयोग ने बड़ा निर्णय लिया है। यूपी निर्वाचन आयोग ने अफसरों को निर्देश दिया है कि पुलिस वाले किसी महिला का बुर्का हटवाकर चेहरा नहीं चेक कर सकते हैं। इसके साथ ही पुलिस वालों को किसी वोटर का पहचान पत्र भी चेक करने का अधिकार नहीं है। निर्वाचन आयोग ने इस बारे में निर्देश सभी जिलाधिकारियों को भेज दिया है। इसमें कहा गया है कि पुलिस का काम सुरक्षा और शांति व्यवस्था देखना है। दरअसल, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को एक लेटर लिखा था। जिसमें उन्होंने मुस्लिम महिलाओं के हक की बात की थी। अखिलेश यादव ने इलेक्शन कमीशन से मांग की कि वोटिंग के दौरान महिलाओं की बुर्का हटाकर जांच न की जाए। अगर मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहनकर वोटिंग करें तो उनकी जांच न की जाए। महिलाएं जांच को लेकर डरा हुआ महसूस कर रही हैं। ऐसे में मतदान प्रभावित हो सकता है। अखिलेश के इस लेटर पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है।
इसे भी पढ़ें-Bihar News: कहा- ‘एनडीए गठबंधन का चूहा खोल रहा है पोल’ , रोहिणी आचार्य ने नीतीश सरकार पर जमकर साधा निशाना
पुलिस का काम पर्दा हटाना नहीं
चुनाव आयोग ने इस पत्र पर संज्ञान लेते हुए स्पष्ट निर्देश दिया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि पुलिस का काम पहचान पत्र देखना है, न कि किसी मतदाता को पर्दा हटाने या अन्य तरीके से प्रभावित करना है। मतदान के दिन मतदाताओं की पहचान पीठासीन अधिकारी और उनकी टीम की ओर से की जाती है। मतदाताओं की पहचान पुलिस बल द्वारा नहीं की जाती। चुनाव आयोग ने कहा है कि पुलिस बल का मुख्य उद्देश्य मतदान के दिन शांति स्थापित करना है।
इसे भी पढ़ें-कटोरी भर-भर के खाएंगे सभी, लंच के लिए घर पर आसानी से बनाएं ढाबा स्टाइल दाल पालक
20 नवंबर को मतदान
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इसमें गाजियाबाद, मझावां (मिर्जापुर), शीशमऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल हैं। परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।