महाकुंभ मेला. महाकुम्भ 2025 (Maha Kumbh 2025) के आयोजन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को त्रिवेणी संगम में पूजा अर्चना कर 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुम्भ के सफल आयोजन की कामना की. इस दौरान पीएम मोदी ने कुम्भ कलश का भी कुम्भाभिषेक किया. यह कुम्भ कलश रत्नजड़ित है और अष्टधातु का बना हुआ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को महाकुम्भ नगर पहुंचे. इस दौरान त्रिवेणी पूजन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुम्भ कलश का कुम्भाभिषेक भी किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस कुम्भ कलश की पूजा की, वह रत्न जड़ित है. गंगा पूजन कराने आए तीर्थ पुरोहित दीपू तिवारी ने बताया कि प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने मोतियों से सजे इस अष्ठधातु से निर्मित इस कुम्भ कलश को अमृत रूपी कलश बनाने के लिए इसमें आम का पत्ता और नारियल भी रखा है. इसके साथ ही इसमें गऊशाला, तीर्थस्थलों की मिट्टी रखी गई. इसमें गंगाजल, पंचरत्न, दुर्वा, सुपारी, हल्दी रखी भी रखी गई. पीएम के पास इस कुम्भ कलश को भेजा जा रहा है.
संतों ने दिया आशीर्वाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिवेणी पूजन से पहले साधु संतो से भी मुलाकात की. सभी 13 अखाड़ों से दो-दो प्रतिनिधि संगम नोज में आमंत्रित किए गए. इसके अलावा दंडी बाड़ा, आचार्य बाड़ा और खाक चौक व्यवस्था समिति से भी दो दो संत शामिल हुए. श्री पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी की तरफ से पीएम से मुलाकात के कार्यक्रम में शामिल हुए सचिव महंत जमुना पुरी का कहना है कि त्रिवेणी पूजन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी अखाड़े के साधु संतों से मुलाकात की. सबके हाल समाचार पूछे. कुशल क्षेम पूछने के बाद राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के लिए प्रार्थना की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद ही सभी संतो का परिचय कराया. कार्यकम में शामिल हुए श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के सचिव आचार्य देवेंद्र सिंह शास्त्री का कहना है कि प्रधानमंत्री ने संतों से मुलाकात कर कहा कि सभी आशीर्वाद दीजिए कि मेला दिव्य और भव्य हो. जिसके बाद संतो ने उन्हें आशीर्वाद दिया.
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