“मां की हार का बदला बेटे ने लिया! अरविंद केजरीवाल की बड़ी हार में संदीप दीक्षित की क्या रही भूमिका? जानें पूरा गणित”
"संदीप दीक्षित बने केजरीवाल की हार की बड़ी वजह? चुनावी आंकड़ों में छिपी पूरी कहानी"

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में नई दिल्ली सीट पर एक दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को 4,089 वोटों से हराया। प्रवेश वर्मा को कुल 30,088 वोट मिले, जबकि केजरीवाल को 25,999 वोट प्राप्त हुए। कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित 4,568 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
2013 के विधानसभा चुनाव में, अरविंद केजरीवाल ने तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को नई दिल्ली सीट से लगभग 22,000 वोटों के अंतर से हराया था। इस बार, शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने कांग्रेस के टिकट पर इसी सीट से चुनाव लड़ा। हालांकि, वह स्वयं जीत नहीं सके, लेकिन उनके मैदान में होने से वोटों का विभाजन हुआ, जिससे केजरीवाल की हार में योगदान माना जा रहा है।
चुनावी आंकड़ों के अनुसार, संदीप दीक्षित को मिले 4,568 वोटों ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया, जिससे भाजपा के प्रवेश वर्मा को लाभ हुआ। इस प्रकार, संदीप दीक्षित की उपस्थिति ने अप्रत्यक्ष रूप से अरविंद केजरीवाल की हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस परिणाम के साथ, भाजपा ने दिल्ली में 27 वर्षों के बाद सत्ता में वापसी की है, जबकि अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी आप को एक बड़ा झटका लगा है।