नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में यूट्यूबर अलाहबादिया पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिन्होंने सोशल मीडिया पर अश्लील और अपमानजनक टिप्पणियां की थीं। कोर्ट ने कहा कि उनके दिमाग में “गंदगी” है और उनका यह आचरण समाज के लिए न केवल आपत्तिजनक, बल्कि घातक भी हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए केंद्र सरकार से तत्काल कार्रवाई करने की अपील की है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों का समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और इसके जरिए युवा पीढ़ी को गलत संदेश दिया जा रहा है। कोर्ट ने केंद्र को निर्देश दिया कि यदि इस पर जल्दी कदम नहीं उठाए गए, तो वे चुप नहीं बैठेंगे और कानून के तहत उचित कार्रवाई करेंगे।
यूट्यूबर अलाहबादिया, जिनकी सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोवर्स हैं, ने हाल ही में अपने वीडियो में विवादास्पद और अश्लील टिप्पणियां की थीं, जिनकी व्यापक आलोचना की जा रही है। यह मामला तब उठ खड़ा हुआ जब कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी वीडियो के अंशों को लेकर शिकायत की, जिससे मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया।
कोर्ट ने केंद्र सरकार से यह भी कहा कि वह इस मामले में सभी आवश्यक कानूनी प्रावधानों का पालन करते हुए उचित कदम उठाए, ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके। अब केंद्र सरकार को इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया 2 हफ्ते के भीतर कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया गया है।
यह मामला सोशल मीडिया पर बढ़ती अश्लीलता और अपमानजनक सामग्री के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता की ओर भी इशारा करता है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस पर ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह समाज के लिए गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
सुप्रीम कोर्ट का यह कदम यह दर्शाता है कि देश की सर्वोच्च न्यायिक संस्था समाज में बढ़ती असंवेदनशीलता और अश्लीलता के प्रति गंभीर है और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।