
प्रधानमंत्री : नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना पर करीब 4,081 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी।
रोपवे से क्या होगा फायदा?
✅ समय की बचत: मौजूदा 9 घंटे का सफर अब मात्र 36 मिनट में पूरा होगा।
✅ यात्रा होगी सुगम: 16 किमी की चुनौतीपूर्ण चढ़ाई से राहत मिलेगी।
✅ तकनीकी खासियत: यह रोपवे 3एस तकनीक पर आधारित होगा, जिसकी क्षमता 1,800 यात्री प्रति घंटा प्रति दिशा होगी।
✅ रोजगार के अवसर: निर्माण और संचालन के दौरान पर्यटन, आतिथ्य, ट्रांसपोर्ट और अन्य क्षेत्रों में नौकरियां पैदा होंगी।
गोविंदघाट से हेमकुंड साहिबजी तक भी बनेगा रोपवे
सरकार ने गोविंदघाट से हेमकुंड साहिबजी (12.4 किमी) रोपवे परियोजना को भी मंजूरी दी है। इस पर 2,730.13 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
पशुधन स्वास्थ्य कार्यक्रम को भी मंजूरी
कैबिनेट ने 3,880 करोड़ रुपये के पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम (LHDC) को भी मंजूरी दी। इसके तहत किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली और सस्ती जेनेरिक पशु चिकित्सा दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।