लगे ये आरोप, संभल सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को जिला प्रशासन की नोटिस

यूपी के संभल हिंसा में नामजद आरोपी और सपा के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को जिला प्रसाशन ने नोटिस दी है। उन पर आरोप है कि उन्होंने बगैर नक्शा पास करवाए मकान बनवाया है। एसडीएम की तरफ से भेजे गए नोटिस का जवाब गुरुवार सुबह तक देने का समय दिया गया है। जारी नोटिस में बताया गया है कि दीपासराय में चल रहे निर्माण कार्य के लिए कोई नक़्शे की कोई स्वीकृति नहीं ली गई है, जो कि यह उत्तर प्रदेश रेगुलेशन ऑफ बिल्डिंग ऑपरेशन एक्ट 1958 का उल्लंघन है। प्रशासन ने उनसे इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है। सांसद जियाउर्रहमान के मकान पर क्या बुलडोजर चलेगा? इसका जिक्र नोटिस में नहीं है।
इसे भी पढ़ें-पारी में जड़े 29 चौके-छक्के, 18 साल की लड़की ने वनडे मैच में ठोकी डबल सेंचुरी, बनाया नया रिकॉर्ड
नोटिस में साफ कहा गया है कि अगर निर्माण कार्य नहीं रोका गया तो 10,000 रुपये तक का जुर्माना और सजा का प्रावधान है। इसके अलावा, अगर निर्माण कार्य जारी रहता है, तो प्रतिदिन 500 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा। नियम के अनुसार, उत्तर प्रदेश रेगुलेशन ऑफ बिल्डिंग ऑपरेशन एक्ट 1958 का उल्लंघन करने वालों पर यह कार्रवाई की जा रही है। सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि मुझे नोटिस की कोई जानकारी नहीं है। यदि प्रशासन की ओर से कोई नोटिस दिया गया है तो हम उसका जवाब देंगे। हमारा मकान पिछले एक साल से निर्माणाधीन है, लेकिन इस दौरान कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ है।
डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कहा कि सांसद जियाउर्रहमान बर्क को बिना नक्शा पास कराए मकान निर्माण के मामले में नोटिस भेजा गया है। उनके जवाब के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। जिले में ऐसे अन्य निर्माण कार्यों की पहचान की जा रही है, जो बिना नक्शा पास कराए हो रहे हैं। ऐसे सभी मामलों में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
मुस्लिम मोहल्लों में खौफ पैदा करने के लिए बुलडोजर चलाया जा रहा : बर्क
उधर, शाही जामा मस्जिद हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन की कार्रवाई को लेकर संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा कि संभल से एक तल्ख हकीकत सामने आ रही है। पांच मुसलमानों की जान लेने के बाद भी मुस्लिम मोहल्लों में खौफ पैदा करने के लिए बुलडोजर चलाया जा रहा है। सांसद बर्क ने प्रशासन की कार्रवाई को पक्षपाती बताते हुए लिखा कि पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के बजाय मुसलमानों को शक की बुनियाद पर जेलों में डाला जा रहा है और उन पर बेबुनियाद इल्जामात लगाए जा रहे हैं। उनका यह बयान प्रशासन की ओर से मुस्लिम इलाकों में की जा रही कार्रवाई और बुलडोजर चलाने के खिलाफ आया है।