
नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत के साथ रिश्ते मजबूत करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि “ड्रैगन और हाथी का टैंगो” दोनों देशों के लिए सही विकल्प है।
चीनी राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बधाई संदेश भेजते हुए कहा कि दोनों देश प्राचीन सभ्यताएं हैं और उन्हें मिलकर आगे बढ़ना चाहिए। शी ने यह भी कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है।
बीते साल लद्दाख विवाद पर बनी थी सहमति
2023 में भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में देपसांग और डेमचोक से सैनिकों की वापसी पर सहमति बनी थी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग ने 23 अक्टूबर को कजान में वार्ता की थी। इसके तहत दोनों पक्षों ने कूटनीतिक बातचीत फिर से शुरू करने पर सहमति जताई थी।
क्या कहता है चीन?
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि भारत और चीन को रणनीतिक दृष्टिकोण से रिश्ते मजबूत करने चाहिए। उन्होंने ज़ोर दिया कि सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखना दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा।
भारत की प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी चीन को बधाई संदेश भेजते हुए कहा कि स्थिर और मैत्रीपूर्ण संबंध भारत और चीन दोनों के लिए लाभकारी होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग के बीच भी शुभकामनाओं का आदान-प्रदान हुआ।
निष्कर्ष
भारत और चीन के बीच बीते कुछ वर्षों में सीमा विवाद के चलते रिश्तों में तनाव देखा गया है। हालांकि, अब दोनों देशों के नेता रिश्तों को नई दिशा देने की कोशिश कर रहे हैं। देखना होगा कि यह “ड्रैगन और हाथी टैंगो” कूटनीति के मंच पर कितना सफल होता है।
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