दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के खिलाफ प्रदर्शन, लखनऊ में सपा महिला नेताओं पर दर्ज हुई FIR
बिना अनुमति प्रदर्शन, नारेबाज़ी और पुलिस से झड़प के आरोप; राजभवन के बाहर बढ़ा तनाव

राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) की महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के खिलाफ किए गए प्रदर्शन के बाद हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि बिना अनुमति के प्रदर्शन कर न केवल राजभवन के बाहर नारेबाज़ी की गई, बल्कि पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की भी हुई।
👥 प्रदर्शन की अगुवाई पायल किन्नर ने की
चौकी प्रभारी सचिवालय बागेश शर्मा की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार दोपहर करीब 3:15 बजे सपा नेता पायल किन्नर के नेतृत्व में महिला कार्यकर्ता जीपीओ स्थित स्थल पर काली पट्टी बांधकर मौन प्रदर्शन कर रही थीं। सभी कार्यकर्ता रेखा गुप्ता के विरोध में इकट्ठा हुए थे।
🚨 राजभवन के बाहर अचानक शुरू हुई नारेबाज़ी
करीब शाम 5 बजे, सपा महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह, नेता सुमैया राणा, वंदना चतुर्वेदी और अन्य कार्यकर्ताओं ने पार्क से निकलकर यह कहा कि वे सपा कार्यालय जा रहे हैं। मगर अचानक इन नेताओं ने राजभवन गेट नंबर दो पर पहुंचकर नारेबाज़ी शुरू कर दी।
पुलिस ने समझाने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने और कुछ ने पुलिसकर्मियों से हाथापाई भी की।
🎥 वीडियो रिकॉर्डिंग से पहचान जारी
इंस्पेक्टर विक्रम सिंह के अनुसार, पुलिस द्वारा प्रदर्शन का वीडियो बनाया गया, जिसमें अन्य प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा रही है।
“जिनकी भी पहचान होगी, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
📝 एफआईआर में दर्ज धाराएं और संभावित कार्रवाई
FIR में अवैध प्रदर्शन, शासकीय कार्य में बाधा, और शांति भंग करने जैसी धाराओं को शामिल किया गया है। पुलिस की प्राथमिक जांच के अनुसार:
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प्रदर्शन बिना अनुमति के किया गया।
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सरकारी संपत्ति के आसपास शोर-शराबा और धक्का-मुक्की की गई।
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पुलिस बल की तैनाती और अतिरिक्त सुरक्षा के इंतजाम करने पड़े।
📌 राजनीतिक माहौल गरमाया
इस घटना के बाद लखनऊ का राजनीतिक पारा चढ़ गया है। विपक्ष इसे जनता की आवाज़ बता रहा है, वहीं प्रशासन ने इसे कानून व्यवस्था का उल्लंघन करार दिया है।
सूत्रों के अनुसार, आगामी दिनों में सपा इस मुद्दे को लेकर और भी बड़े स्तर पर आंदोलन की रणनीति बना सकती है।
🔍 निष्कर्ष:
सपा महिला नेताओं द्वारा रेखा गुप्ता के खिलाफ प्रदर्शन के चलते लखनऊ में तनावपूर्ण माहौल बन गया। एफआईआर दर्ज होने के बाद अब राजनीतिक और कानूनी दोनों स्तरों पर इस घटना के प्रभाव देखने को मिलेंगे।
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