Sasaram Violence: सरकार की नीति और नियत का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ता है। बिहार के सासाराम में रामनवमी पर भड़की हिंसा शांत होने का नाम नहीं ले रही है। कड़ी चौकसी के बीच एक और धमाके की खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, दीवार पर बम मारा गया, हालांकि इससे किसी तरह के नुकसान होने की सूचना नहीं है। पुलिस मौके पर जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि देसी बम मारा गया था। बिहार के नालंदा और सासाराम में रामनवमी के बाद भड़की हिंसा काबू में है, लेकिन तनाव अभी भी बरकरार है। हिंसा को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। बीजेपी जहां इसे सरकार की नाकामी बता रही है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उप मुख्यमंत्री इसे बीजेपी की साजिश बता रहे हैं। हालांकि तेजस्वी यादव इसे बीजेपी की साजिश बताकर उपद्रवियों को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। यही वजह है कि हिंसा की आग बुझने की बजाय रह-रह कर धधक रही है।
हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में पुलिस और सीएपीएफ की टुकड़ियां गश्त कर रही हैं। बिहार के डीजीपी ने नालंदा के हिंसाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। बिहार में हुई हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा, तो जेडीयू ने भी बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उधर जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने नीतीश कुमार का विरोध करने वालों का गला काटने का बयान देकर नया विवाद खड़ा कर दिया है।
बता दें कि नालंदा के बिहार शरीफ में रामनवमी के बाद निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हिंसा हो गई। इस दौरान गोलियां चलीं, जिसमें एक शख्स की मौत भी हो गई। इस दौरान उपद्रवियों ने लोगों के घरों में घुस कर मारपीट की। वहीं नीतीश सरकार की तरफ से इसे बीजेपी की साजिश बताकर उपद्रवियों का जो समर्थन किया जा रहा है। उससे हिंदू वर्ग के लोग खौफ में आ गए हैं और उपद्रवियों के डर से पलायन शुरू कर दिया है। बता दें कि हिंसा ग्रस्त क्षेत्र दलित बाहुल्य है। ऐसे में उनके समर्थन में खड़ा होता कोई नजर नहीं आ रहा है। हालांकि बीजेपी के दबाव के चलते हिंसा ग्रस्त क्षेत्र के हालात का जायजा लेने के लिए प्रदेश के डीजीपी इलाकों का दौरा किया। पुलिस ने सिर्फ बिहार शरीफ में अब तक 77 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलाव पुलिस लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील कर रही है।
बिहार शरीफ में हुए हिंसा में घायल व्यक्ति की मौत हो गई है। हिंसा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक हाईलेवल मीटिंग बुलाकर पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिए थे। जानकारी के मुताबिक हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में सीआरपीएफ की 10 कंपनियां भेजी गर्ई हैं। वहीं नालंदा में पैरामिलिट्री की 3 कंपनियां तैनात हैं। सरकार की तरफ से मृतक के परिजनों को 5 लाख मुआवजा देने का एलान किया गया है। नालंदा में इंटरनेट सेवा को 4 अगस्त तक बंद कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक सासाराम और नालंदा में हुई हिंसा के बाद अब तक कुल 109 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
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