Israel Hamas War: जो जैसा होता है, उसके बारे लोगों का सोचने का नजरिया उसी तरह हो जाता है। भारत में मुस्लिम बाहुल्य इलाकों को कभी-कभी कुछ लोग ‘मिनी पाकिस्तान’ कह कर संबोधित कर देते हैं। जिसको सुनकर अक्सर लोग बुरा मान जाते हैं। क्योंकि पाकिस्तान वह नाम हो चुका है, जिसका जिक्र होते ही आतंकियों को संरक्षण देने के नजरिए से उसे देखने लगते हैं। हमास और इजराइल के बीच जारी युद्ध पर पूरी दुनिया की नजर है। दोनों देश के बीच जारी युद्ध में सैकड़ों लोग जान गंवा चुके हैं। जबकि हजारों लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। भारत में युद्ध को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भारत सरकार की तरफ से इजराइल का समर्थन करने के बावजूद मुस्लिम समाज के लोग फिलिस्तीन का खुलकर समर्थन कर रहे हैं। वहीं भारत के कुछ ऐसे शहर हैं जहां इजराइल नागरिकों की आबादी काफी ज्यादा है।
जब से हमास और इजराइल के बीच युद्ध शुरू हुआ है, तब से भारत में रह रहे इजराइली नागरिक काफी परेशान हैं। हिमाचल प्रदेश के धर्मकोट में बड़ी संख्या में इजराइली आबादी है। इसे कुछ लोग मिनी इजराइल भी बोलने लगे हैं। वहीं अब यह लोग अपने वतन लौटना चाहते हैं। देश पर संकट आते ही इजराइली नागरिकों को चिंता सताने लगी है। अब तक कई इजलाइली हम वतन लौट भी चुके हैं। गौरतलब है कि इजराइल ने युद्ध को देखते हुए रिजर्व सैनिकों को भी युद्ध के मैदान में उतार दिया है। ऐसे में देश की सेवा के लिए आम लोगों से भी सेना में शामिल होने की होड़ लग गई है। इसी भावना के साथ इजराइली वतन लौट रहे हैं।
धर्मशाला के धर्मकोट बना इजराइलियों का गढ़
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के धर्मकोट में इजराइलियों का बाकायदा एक खबाद हाउस भी है। जानकारी के मुताबिक यहां सभी इजराइली पूजा करने के लिए एकत्र होते हैं। लेकिन इन दिनों यहां सन्नाटा पसरा हुआ है। इजराइली नागरिक रोई का कहना है कि देश में युद्ध के हालात को देखते हुए वो इजराइल वापस लौटना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि इजराइल सरकार की ओर से उन्हें भी युद्ध में शामिल होने का आदेश मिल गया है।
दिल्ली के पहाड़गंज में भी इजराइली नागरिक
जानकारी के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली के पहाड़गंज के कई होटलों में इजराइली नागरिक ठहरे हुए हैं। बता दें कि पहाड़गंज में इजराइलियों का धार्मिक स्थल खबाद है, जिसके बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। यहां आए नागरिक अपने देश को जाने के लिए परेशान हैं। उनकी परेशानी इसलिए ज्यादा बढ़ गई है, क्योंकि कई एयरलाइंस ने अपनी फ्लाइट्स कैंसिल कर दी है।