जानें कब होगी लिस्टिंग, इंतजार खत्म! Hyundai और Swiggy के आईपीओ को सेबी ने दी हरी झंडी
बाजार नियामक SEBI ने कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर्स (Hyundai Motors) और फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी (Swiggy) के आईपीओ को मंजूरी दे दी है। हुंडई 25,000 करोड़ रुपए के आईपीओ के साथ भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ लाने जा रही है, जिसका लॉन्च अक्टूबर 2024 में होने की उम्मीद है। यह आईपीओ LIC के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ होगा, जिसने 2022 में 21,000 करोड़ रुपए जुटाए थे। हुंडई के आईपीओ के प्राइस बैंड की जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
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हुंडई इंडिया का आईपीओ कंपनी की कोरियाई पैरेंट द्वारा ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) के तहत जारी किया जाएगा, जिसमें कोई नया शेयर जारी नहीं होगा। इस ऑफर के तहत कंपनी अपनी 17% इक्विटी बेचेगी, जिससे कंपनी का मार्केट कैप करीब 18 बिलियन डॉलर (1.5 लाख करोड़ रुपए) होने की उम्मीद है। मारुति सुजुकी, एमएंडएम, और टाटा मोटर्स जैसी प्रमुख वाहन निर्माता कंपनियों के मार्केट कैप की तुलना में हुंडई का यह आईपीओ बड़े स्तर का है।
भारत में 32 हजार करोड़ रुपए का निवेश
हुंडई ने भारत में 32,000 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बनाई है, जिसमें महाराष्ट्र की जीएम फैक्ट्री का अधिग्रहण भी शामिल है। कंपनी का लक्ष्य 2025 तक सालाना 10 लाख वाहनों का उत्पादन करना है।
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स्विगी का आईपीओ
फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी के 11,700 करोड़ रुपए के आईपीओ को भी सेबी से मंजूरी मिल गई है। यह देश का अब तक का 5वां सबसे बड़ा आईपीओ होगा। बेंगलुरू स्थित इस कंपनी ने इस साल अप्रैल में सेबी के पास आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए थे। स्विगी के 33 फीसदी हिस्सेदारी वाले सबसे बड़े शेयरधारक प्रोसस और सॉफ्टबैंक जैसे प्रमुख निवेशक ओएफएस के माध्यम से अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा बेच सकते हैं।
निवेशकों के लिए किस दिन स्विगी का आईपीओ खुलेगा इसको लेकर अभी कोई अधिकारिक फैसला नहीं हुआ है। हालांकि, उम्मीद है कि कंपनी नवंबर 2024 तक आईपीओ लॉन्च कर सकती है।
अब तक के बड़े आईपीओ
- हुंडई (2024): 25,000 करोड़ रुपए
- एलआईसी (2022): 21,008 करोड़ रुपए
- पेटीएम (2021): 18,300 करोड़ रुपए
- कोल इंडिया (2010): 15,199 करोड़ रुपए
- स्विगी (2024): 11,700 करोड़ रुपए
- रिलायंस पावर (2008): 11,563 करोड़ रुपए
NEWS SOURCE Credit : punjabkesari