कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सीएम योगी ने सभी महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों की सराहना की. उन्होंने कहा, “महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए आकांक्षा समिति का यह प्रयास सराहनीय है. यह आयोजन न केवल महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करेगा बल्कि स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में भी सहायक होगा.”
महिला स्वावलंबन को मिल रही नई दिशा
आकांक्षा समिति, उत्तर प्रदेश के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारियों की पत्नी संघ (IASOWA) का एक विकासशील अंग है, जो राज्य की महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए समर्पित है. राज्य के सभी 75 जिलों में कार्यरत इस समिति का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के स्व-रोजगार और स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक अवसर प्रदान करना है. आकांक्षा हाट 2024 के माध्यम से यह समिति महिलाओं को अपने उत्पादों, कौशल, और शिल्प को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान कर रही है, जिससे वे अपने परिवार और समाज को आर्थिक रूप से मजबूत बना सकेंगी.
संस्कृति और आर्थिक आदान-प्रदान का माध्यम- सीएम
आकांक्षा हाट के माध्यम से जम्मू-कश्मीर सहित देश के विभिन्न राज्यों के उत्पाद भी प्रदर्शित किए जा रहे हैं, जिससे सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान का अवसर मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे त्योहार और परंपराएं हमारी विरासत का हिस्सा हैं. आकांक्षा हाट जैसे आयोजनों से हमारी संस्कृति और परंपराएं जीवित रहती हैं और नई पीढ़ी को प्रेरित करती हैं. इससे उत्तर प्रदेश की महिला उद्यमियों को न केवल नए कौशल और विचारों को सीखने का अवसर मिलेगा, बल्कि उन्हें अपने व्यवसाय को व्यापक स्तर पर विस्तार देने में भी सहायता मिलेगी.
आकांक्षा हाट 2024 से ODOP को मिलेगा बढ़ावा- सीएम
मुख्यमंत्री ने आकांक्षा हाट को वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना के लिए भी एक महत्वपूर्ण मंच बताया. उन्होंने कहा कि महिलाओं के स्व-सहायता समूह ODOP के माध्यम से स्थानीय उत्पादों की क्वॉलिटी, पैकेजिंग, और मार्केटिंग में सुधार कर सकते हैं. “यह आयोजन न केवल स्थानीय उद्यमों को सशक्त बनाएगा बल्कि ODOP के तहत उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी पहचान दिलाएगा,”. मुख्यमंत्री ने सकारात्मक बदलावों को हाइलाइट करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि मीडिया को महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले सकारात्मक कार्यों को भी प्रमुखता देनी चाहिए. जब हम सकारात्मक पहलुओं को उजागर करेंगे, तो समाज में बदलाव की लहर तेज होगी और ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इस दिशा में आगे बढ़ेंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश के बारे में लोगों के अंदर यह धारणा थी कि यहां कुछ नहीं हो सकता है, लेकिन जब उत्तर प्रदेश में गत वर्ष अपना इंटरनेशनल ट्रेड शो नोएडा ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया तब लोगों ने यूपी की बदलती तस्वीर देखी. इस वर्ष उसका ट्रेड शो का दूसरा सत्र था, इसमें 5 लाख से अधिक लोग शामिल हुए. देश भर से इसमें और भी लोग आना चाहते हैं, मुझे लगता है की आकांक्षा समिति इसमें बहुत अच्छा रोल अदा कर सकती है.
प्रोत्साहन और प्रेरणा का केंद्र
आकांक्षा हाट 2024 में कई महिला स्व-सहायता समूहों और उद्यमियों को सम्मानित भी किया गया, जिन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. इनमें बुंदेलखंड का ‘बेलिनी मिल्क प्रोड्यूसर ग्रुप’ भी है जो 2019 में शुरू हुआ और आज 71,000 महिलाओं को रोजगार प्रदान कर रहा है. मुख्यमंत्री ने उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण के ऐसे प्रयासों को बढ़ावा देकर प्रदेश को आत्मनिर्भरता की दिशा में ले जाया जा सकता है. मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि आकांक्षा समिति का यह प्रयास निरंतर आगे बढ़ता रहेगा और महिलाओं को स्वावलंबन और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में नए अवसर प्रदान करता रहेगा.
NEWS SOURCE Credit : lalluram