महाकुंभ: भारत की आध्यात्मिक आस्था का प्रतीक – ओम बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिक आस्था का प्रतीक है, जो पूरे विश्व को शांति और एकता का संदेश देता है।

प्रयागराज। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा लेते हुए कहा कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिक आस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के श्रद्धालुओं को जोड़ने वाला आयोजन है, जो शांति, एकता और समरसता का संदेश देता है।
ओम बिरला ने कहा कि यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक विरासत को संजोने और विश्व पटल पर उसकी भव्यता को प्रदर्शित करने का सबसे बड़ा मंच है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महाकुंभ की तैयारियों में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इस बार का महाकुंभ और अधिक भव्य और ऐतिहासिक होगा।
लोकसभा अध्यक्ष ने संगम तट पर पूजन-अर्चन किया और साधु-संतों से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले का आयोजन पूरी दुनिया के लिए एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव होता है, जहां लाखों श्रद्धालु आकर पुण्य लाभ प्राप्त करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत प्रमाण है। यह भारत की सहिष्णुता, विविधता और आध्यात्मिकता को दर्शाता है, जिसे पूरी दुनिया देखती और सराहती है।
इस दौरान उन्होंने कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए, ताकि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु एक सुरक्षित और दिव्य अनुभव प्राप्त कर सकें।