भारतीयों का निर्वासन: ‘हाथों में हथकड़ी, पैरों में जंजीर…’, अमेरिका से डिपोर्ट हुए दलजीत ने सुनाई दर्द भरी दास्तां
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए दलजीत ने सुनाई अमानवीय व्यवहार की कहानी, हाथों में हथकड़ी और पैरों में जंजीर बांधकर भेजा वापस

अमेरिका से डिपोर्ट भारतीयों की दर्द भरी कहानी: हाथों में हथकड़ी, पैरों में जंजीर, अमानवीय व्यवहार की आपबीती
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों ने वहां अपने साथ हुए अमानवीय व्यवहार की दर्दनाक कहानी बयां की है। पंजाब के दलजीत सिंह, जो हाल ही में अमेरिका से निर्वासित होकर भारत लौटे हैं, ने बताया कि उन्हें अमेरिकी अधिकारियों ने कैदियों की तरह व्यवहार किया। उन्होंने कहा, “जब हमें वापस भेजा गया, तो हमारे हाथों में हथकड़ियां थीं और पैरों में जंजीरें जकड़ी हुई थीं। हमें ऐसे रखा गया जैसे हम कोई बड़े अपराधी हों।”
अमेरिकी एजेंसियों का अमानवीय रवैया
दलजीत ने बताया कि उनके साथ कई अन्य भारतीय भी थे, जिन्हें इसी तरह जंजीरों में बांधकर डिपोर्ट किया गया। “हमारा अपराध सिर्फ इतना था कि हम बेहतर भविष्य की तलाश में अमेरिका गए थे, लेकिन हमें इस तरह अपमानजनक तरीके से वापस भेजा गया,” उन्होंने दुख जताते हुए कहा।
डिटेंशन सेंटर में बुरा हाल
दलजीत और अन्य लोगों ने खुलासा किया कि उन्हें अमेरिका के डिटेंशन सेंटर में कई हफ्तों तक रखा गया, जहां उनके साथ बुरा व्यवहार किया गया। खाने-पीने की उचित व्यवस्था नहीं थी, और मानसिक रूप से भी उन्हें प्रताड़ित किया गया।
भारतीय परिवारों में चिंता
इस तरह के मामलों के बढ़ने से पंजाब समेत भारत के कई राज्यों में चिंता बढ़ गई है। कई भारतीय युवा बेहतर नौकरी और जिंदगी की तलाश में अमेरिका जैसे देशों का रुख करते हैं, लेकिन सख्त इमिग्रेशन नीतियों के चलते उन्हें डिपोर्ट होकर वापस लौटना पड़ रहा है।
भारत सरकार से लगाई मदद की गुहार
डिपोर्ट किए गए कई भारतीय अब भारत सरकार से अपील कर रहे हैं कि वह इस मुद्दे पर अमेरिका से बातचीत करे और भारतीय प्रवासियों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार को रोके। दलजीत ने कहा, “हमने सोचा था कि अमेरिका हमें एक नया जीवन देगा, लेकिन हमें अपमान और यातना के अलावा कुछ नहीं मिला।”