
चंडीगढ़। हरियाणा बोर्ड परीक्षा पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने इस मामले में लापरवाही बरतने वाले चार डीएसपी और 25 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, पांच परीक्षा निरीक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
बोर्ड परीक्षा में धांधली, सरकार का बड़ा फैसला
हरियाणा में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के दौरान पेपर लीक होने की खबरें सामने आई थीं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने तुरंत उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए। प्रारंभिक जांच में परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई, जिसके चलते सरकार ने संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई करने का फैसला लिया।
निलंबित अधिकारियों की सूची में कौन?
मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, चार डीएसपी, 25 पुलिस अधिकारी और कई अन्य कर्मचारी इस लापरवाही के लिए दोषी पाए गए। इन सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, पांच परीक्षा निरीक्षकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
पेपर लीक की साजिश का पर्दाफाश
राज्य पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने खुलासा किया कि पेपर लीक का नेटवर्क कई जिलों में फैला हुआ था। कुछ परीक्षा केंद्रों में पहले से ही प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए जा रहे थे, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए।
मुख्यमंत्री सैनी की कड़ी चेतावनी
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि “हरियाणा में शिक्षा के साथ खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून और निगरानी तंत्र लागू करेगी।
परीक्षार्थियों और अभिभावकों की नाराजगी
इस घटना के बाद से छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों में भारी आक्रोश है। परीक्षा दोबारा होने की संभावना से छात्रों में तनाव बढ़ गया है। सरकार ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर न्याय दिलाया जाएगा।
अगले कदम क्या होंगे?
- पूरी घटना की गहन जांच के लिए SIT गठित।
- पेपर लीक से जुड़े सभी लोगों की गिरफ्तारी जल्द होगी।
- बोर्ड परीक्षा में सुरक्षा को और कड़ा करने के लिए नई गाइडलाइन जारी की जाएगी।
हरियाणा में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार ने अब सख्त कदम उठाने का मन बना लिया है। इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं, जिससे पूरे सिस्टम में सुधार की उम्मीद की जा रही है।