काशी गैंगरेप-14 मोबाइल में 546 लड़कियों के न्यूड वीडियो:मास्टरमाइंड अनमोल के कैफे में बनाए गए, 6 राज्यों में कस्टमर्स को भेजे
वाराणसी गैंगरेप केस ने खोली सनसनीखेज सच्चाई: एक नहीं, 546 लड़कियों के अश्लील वीडियो

काशी : में सामने आए गैंगरेप केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, यह मामला एक अंतरराज्यीय सेक्स रैकेट की ओर मुड़ गया। पुलिस द्वारा अरेस्ट किए गए 12 युवकों के मोबाइल से 546 लड़कियों के न्यूड और आपत्तिजनक वीडियो बरामद हुए हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश समेत 6 राज्यों में लोगों को भेजा गया है।
कैफे बना था क्राइम हब, मास्टरमाइंड अनमोल की भूमिका
पुलिस जांच में सामने आया है कि रैकेट का मास्टरमाइंड अनमोल, वाराणसी के एक इंटरनेट कैफे का संचालक था।
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इसी कैफे में लड़कियों को बुलाकर चुपके से वीडियो बनाए जाते थे।
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वीडियो बनाने के बाद उन्हें डार्क वेब, व्हाट्सएप ग्रुप्स और क्लाउड ड्राइव्स के माध्यम से शेयर किया जाता था।
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इन अश्लील क्लिप्स को यूपी के अलावा बिहार, झारखंड, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब में सक्रिय कस्टमर्स को बेचा गया।
शुरुआत हुई थी गैंगरेप केस से
वाराणसी पुलिस को एक छात्रा द्वारा दर्ज कराए गए गैंगरेप केस की जांच में मिले सुरागों ने जब यह खुलासा किया कि मामला एक बड़े डिजिटल सेक्स रैकेट से जुड़ा है, तो अफसरों ने STF और साइबर सेल को अलर्ट कर दिया।
पुलिस को मिले चौंकाने वाले तथ्य
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12 आरोपियों के मोबाइल से बरामद हुए 546 न्यूड वीडियो।
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अधिकांश वीडियो कैफे में या किसी निजी फ्लैट में रिकॉर्ड किए गए थे।
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कुछ पीड़िताएं वीडियो बनाए जाने से अनजान थीं, जबकि कुछ को ब्लैकमेलिंग के जरिए चुप कराया गया।
तकनीक के जरिए फैला नेटवर्क, ट्रैकिंग शुरू
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पुलिस ने जिन नंबरों पर ये वीडियो शेयर किए गए, उनकी जिओ-लोकेशन ट्रेस की है।
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कई नंबर फर्जी आईडी से रजिस्टर्ड मिले हैं, जो डिजिटल अपराध की साजिश को गहराई से दर्शाते हैं।
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50 से ज्यादा संदिग्धों की पहचान की जा चुकी है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
महिला आयोग और साइबर एक्सपर्ट्स सक्रिय
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इस मामले को देखते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है।
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साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की मदद से वीडियो की ओरिजिन डेट और शेयरिंग चैनल्स की जानकारी जुटाई जा रही है।
प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई जारी
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ने बताया कि ये एक “organized digital crime syndicate” है, जिसकी जड़ें कई राज्यों में फैली हुई हैं।
अब तक की कार्रवाई में:
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12 आरोपी गिरफ्तार
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9 मोबाइल, 4 लैपटॉप और 2 हार्ड ड्राइव जब्त
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6 राज्यों में संदिग्धों की तलाश जारी
आगे की रणनीति: पीड़िताओं की पहचान और सहयोग
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पुलिस और चाइल्ड वुमन वेलफेयर टीमें मिलकर पीड़ित लड़कियों की पहचान कर रही हैं।
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जिन वीडियो में चेहरा साफ है, उनके आधार पर परिजनों से संपर्क किया जा रहा है।
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सभी पीड़िताओं को काउंसलिंग और कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
निष्कर्ष:
वाराणसी गैंगरेप केस अब सिर्फ एक छात्रा की पीड़ा नहीं रह गया, बल्कि एक बड़े डिजिटल यौन अपराध गिरोह की परतें खोल रहा है।
यह मामला दर्शाता है कि तकनीक का दुरुपयोग और युवाओं की विकृत मानसिकता किस हद तक समाज को खोखला कर रही है।
पुलिस की यह कार्रवाई न केवल अपराधियों को बेनकाब करेगी, बल्कि आने वाले समय में महिला सुरक्षा और साइबर अपराध नियंत्रण के लिए एक मिसाल बनेगी।
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