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अब सहकारी समितियां चलाएंगी पेट्रोल पंप और बांटेंगी गैस: भोपाल सम्मेलन में बोले अमित शाह, NDDB और सांची के बीच हुआ MoU

भोपाल में राष्ट्रीय सहकारिता सम्मेलन: सहकारी समितियां अब पेट्रोल पंप और गैस वितरण जैसी सेवाएं भी चलाएंगी - अमित शाह

भोपाल : देश में सहकारी आंदोलन को एक नया आयाम देने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय सहकारिता सम्मेलन में कहा कि अब सहकारी समितियां सिर्फ दूध या बीज तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि वे पेट्रोल पंप और गैस वितरण जैसी सेवाएं भी संचालित करेंगी।


🤝 सांची और NDDB के बीच हुआ बड़ा MoU

सम्मेलन के दौरान मध्यप्रदेश राज्य दुग्ध महासंघ (सांची) और नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) के बीच एक अहम समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर हुए। यह करार डेयरी उत्पादों के विकास, तकनीकी सहयोग, और किसान हितैषी योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर किया गया है।

इसके अतिरिक्त, मध्यप्रदेश के छह अन्य दुग्ध संघों और NDDB के बीच भी अलग-अलग समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।


🛢️ पेट्रोल पंप और एलपीजी वितरण में सहकारिता की एंट्री

अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा:

“अब समय आ गया है कि सहकारी समितियां तेल, गैस, और उर्वरक वितरण जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में भी अपनी भागीदारी बढ़ाएं। इससे गांवों में रोजगार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।”

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार चाहती है कि हर जिले में कम से कम एक बहुद्देशीय सहकारी समिति (Multipurpose Cooperative Society) हो जो गैस, पेट्रोल, खाद्य और कृषि सेवाएं एक साथ उपलब्ध करा सके।


📍 मध्यप्रदेश में सहकारिता की संभावनाएं प्रबल

अमित शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश में सहकारी आंदोलन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वह सहकारी समितियों को जमीन, लाइसेंस और तकनीकी प्रशिक्षण जैसी सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराए।


📈 डेयरी सेक्टर में तकनीकी सहयोग बढ़ेगा

सांची और NDDB के बीच हुए समझौते के तहत:

  • उन्नत डेयरी टेक्नोलॉजी का ट्रांसफर होगा।

  • किसानों को ट्रेनिंग दी जाएगी।

  • दुग्ध उत्पादन और प्रोसेसिंग यूनिट्स को आधुनिक बनाया जाएगा।

  • ऑनलाइन दूध कलेक्शन और ट्रैकिंग सिस्टम को लागू किया जाएगा।


💬 अन्य प्रमुख घोषणाएं

  • सहकारिता के लिए नेशनल कोऑपरेटिव यूनिवर्सिटी की स्थापना पर काम जारी।

  • सहकारी समितियों के लिए अलग फाइनेंसिंग मॉडल लाने की तैयारी।

  • सहकारिता आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म का जल्द शुभारंभ।


📢 अंत में अमित शाह का संदेश

“देश में सहकारिता सिर्फ संगठन नहीं, यह गांवों की ताकत है। हमें इसे हर सेक्टर में मजबूत करना है। यही रास्ता ‘सबका साथ, सबका विकास’ का सही रूप है।”

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