गोंडा

घाघरा पुल की मरम्मत से भारी वाहनों का रूट डायवर्जन: गोंडा से लखनऊ जाने वाली ट्रकों को अब अयोध्या होकर जाना पड़ रहा है, 100 किलोमीटर बढ़ी दूरी

घाघरा नदी पर स्थित संजय सेतु में तकनीकी खराबी से यातायात प्रभावित, भारी वाहनों के लिए नया रूट लागू, ट्रक चालकों की बढ़ी परेशानी

गोंडा (उत्तर प्रदेश): घाघरा नदी पर स्थित संजय सेतु में आई तकनीकी खराबी ने गोंडा से लखनऊ जाने वाले भारी वाहनों के रूट को प्रभावित किया है। इस पुल में आई खराबी के कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिसके बाद प्रशासन ने तत्काल मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है।

क्या हुआ?
घाघरा पुल की अचानक खराबी के कारण गोंडा और बलरामपुर से लखनऊ जाने वाले भारी वाहनों को रूट डायवर्जन की दिशा में भेजा गया है। अब इन वाहनों को अयोध्या होकर लखनऊ जाना पड़ रहा है, जिससे उन्हें करीब 100 किलोमीटर अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है।

रूट डायवर्जन की जानकारी:
गोंडा जिला प्रशासन ने कर्नलगंज के स्टाफ चौराहे से भारी वाहनों के लिए नया रूट डायवर्ट किया है। अब ये वाहन परसपुर, नवाबगंज और कटरा होते हुए अयोध्या के रास्ते लखनऊ जाएंगे। हालांकि, छोटे वाहनों और आवश्यक सेवाओं के वाहनों को पुराने मार्ग से आवागमन की अनुमति दी गई है।

ट्रक चालकों की परेशानी:
राजेंद्र, एक ट्रक चालक ने बताया,

“पुल की खराबी के कारण हमें लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी हो रही है।”

घाघरा पुल की पुरानी स्थिति:
घाघरा पुल का निर्माण काफी पुराना हो चुका है और इसे बार-बार तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय निवासियों ने घाघरा और सरयू नदी पर नए पुल बनाने की मांग की है ताकि मामूली खराबी की वजह से यातायात की समस्या का सामना न करना पड़े।


🔚 निष्कर्ष:
घाघरा पुल की मरम्मत से प्रभावित होने वाले ट्रक चालकों और यात्रियों को अतिरिक्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा किए गए रूट डायवर्जन से स्थिति की थोड़ी सुधार हो सकती है, लेकिन नई पुलों के निर्माण से ही इस समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है।

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