सुप्रीम कोर्ट की राहुल गांधी को फटकार: सावरकर पर बयान पर तीखा सवाल—क्या गांधी को भी नौकर कह सकते हैं?
सावरकर को लेकर विवादित टिप्पणी पर कोर्ट नाराज़, कहा- स्वतंत्रता सेनानियों का ऐसा अपमान उचित नहीं; राहुल से मांगा स्पष्टीकरण

कांग्रेस सांसद : और विपक्ष के नेता राहुल गांधी को सावरकर पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने सवाल उठाया कि क्या वह महात्मा गांधी के लिए भी ऐसा ही बयान दे सकते हैं?
“इतिहास और भूगोल की समझ नहीं?”—कोर्ट का कटाक्ष
सुनवाई के दौरान जस्टिस की बेंच ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, “क्या आपको इतिहास और भूगोल की समझ है? स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को इस तरह से खारिज करना गंभीर विषय है। आप एक जिम्मेदार नेता हैं, क्या इस तरह की भाषा शोभा देती है?”
सावरकर को ‘ब्रिटिश का नौकर’ बताने पर हुआ विवाद
राहुल गांधी ने हाल ही में एक जनसभा में कहा था कि “सावरकर अंग्रेजों के नौकर थे और उन्होंने देश के खिलाफ काम किया था।” इस बयान को लेकर न सिर्फ राजनीतिक हलकों में बवाल मचा, बल्कि अब मामला कोर्ट तक भी पहुंच गया है।
महात्मा गांधी के नाम पर कोर्ट ने खड़ा किया सवाल
कोर्ट ने राहुल से सवाल किया, “अगर आज कोई महात्मा गांधी को ब्रिटिश का एजेंट कहे तो क्या वह बयान स्वीकार्य होगा?” कोर्ट ने यह भी कहा कि सार्वजनिक मंच से इस प्रकार के बयान देना न सिर्फ इतिहास का अपमान है, बल्कि समाज में गलत संदेश भी देता है।
राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया
🔹 बीजेपी ने राहुल के बयान को देश के शहीदों का अपमान बताया।
🔹 कांग्रेस की ओर से सफाई दी गई कि राहुल का उद्देश्य सिर्फ विचारधारा पर सवाल उठाना था, न कि व्यक्तिगत अपमान करना।
अगली सुनवाई में मांगा स्पष्टीकरण
कोर्ट ने राहुल गांधी को निर्देश दिया है कि वे अपने बयान पर लिखित में स्पष्टीकरण दें। अगली सुनवाई में कोर्ट इस पर विस्तृत विचार करेगा कि क्या यह बयान राजद्रोह की श्रेणी में आता है या नहीं।
नोट: सार्वजनिक मंच पर दिए गए शब्द सिर्फ वक्ता की राय नहीं होते, वे समाज को दिशा देते हैं। इतिहास के साथ जिम्मेदारी से पेश आना आवश्यक है।