उत्तर प्रदेश
IAS नहीं बन सकी तो उठाया खौफनाक कदम: मेरठ में DGM की बेटी ने सुसाइड किया, 4 दिन बाद मिली लाश
छोड़ गया भावुक सुसाइड नोट- "मैं अयोग्य हूं, मेरी जिंदगी नॉर्मल थी", मेरठ में दर्दनाक घटना से इलाके में सनसनी

मेरठ (उत्तर प्रदेश) : आईएएस नहीं बन पाने के दुख में डिप्रेशन से जूझ रही एक युवती ने आत्महत्या कर ली। वह एक DGM (डिप्टी जनरल मैनेजर) की बेटी थी। उसका शव घर के भीतर 4 दिन तक पड़ा रहा, जिससे इलाके में बदबू फैलने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची तो सब कुछ सामने आया।
भावुक कर देने वाला सुसाइड नोट मिला
- युवती ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, “मेरी जिंदगी नॉर्मल है। मैंने अपनी जिंदगी में कुछ खास नहीं किया। मैं नौकरी के लिए अयोग्य हूं। मैं अपनी मर्जी से फांसी लगा रही हूं। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है।”
- सुसाइड नोट पढ़कर पुलिस और परिजन दोनों भावुक हो उठे।
- नोट से स्पष्ट हुआ कि लड़की पर करियर को लेकर भारी मानसिक दबाव था।
चार दिन तक सड़ती रही लाश
- पुलिस ने बताया कि युवती की मौत लगभग 4 दिन पहले हो चुकी थी।
- पड़ोसियों ने घर से दुर्गंध आने पर सूचना दी थी।
- शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, और आगे की जांच जारी है।
परिवार में पसरा मातम
- परिजनों के अनुसार, मृतका लंबे समय से सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही थी।
- उसने कई बार प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिल सकी, जिससे वह मानसिक रूप से टूट गई थी।
- परिवार का कहना है कि उन्होंने कभी दबाव नहीं डाला, लेकिन युवती खुद को साबित करने के बोझ से दब गई थी।
मानसिक स्वास्थ्य को लेकर उठ रहे सवाल
यह दर्दनाक घटना एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करती है कि करियर और प्रतियोगी परीक्षाओं का दबाव युवाओं की मानसिक स्थिति पर कितना गहरा असर डाल रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि असफलता को सहजता से स्वीकार करने और बच्चों के साथ संवाद बनाए रखने की जरूरत है।
पुलिस कर रही आगे की कार्रवाई
- पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फोरेंसिक टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया है।
- परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
- शुरुआती जांच में आत्महत्या की पुष्टि हुई है, हालांकि पुलिस अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है।