
नारायणपुर (छत्तीसगढ़): के अबूझमाड़ के घने जंगलों में बुधवार सुबह एक बड़े नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षाबलों ने 27 नक्सलियों को मार गिराया। कार्रवाई में मारे गए नक्सलियों में 1.5 करोड़ रुपये का इनामी और नक्सलियों के टॉप कमांडर बसवा राजू भी शामिल है। मौके से 20 नक्सलियों के शव और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं, जबकि इलाके में अब भी फायरिंग जारी है।
CRPF और पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन
यह एनकाउंटर नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलों की सीमा से सटे कर्रेगुट्टा पहाड़ पर हुआ, जो छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित है। CRPF, DRG और छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों ने इस अभियान को गोपनीय जानकारी के आधार पर अंजाम दिया।
मारा गया टॉप नक्सली कमांडर बसवा राजू
एनकाउंटर में मारा गया बसवा राजू, नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का सदस्य था और सुरक्षा एजेंसियों की वांछित सूची में सबसे ऊपर था। उस पर 1.5 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। वह लंबे समय से बस्तर, बीजापुर और नारायणपुर जिले में नक्सली हिंसा का मास्टरमाइंड रहा है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा
14 मई को पुलिस और CRPF की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस ऑपरेशन की जानकारी दी गई थी। अधिकारियों के मुताबिक,
“यह अब तक की सबसे बड़ी और सफल नक्सल विरोधी कार्रवाई में से एक है। इस ऑपरेशन से नक्सलियों की कमर टूट गई है।”
बरामद हथियार और सामग्री
एनकाउंटर स्थल से जो 20 शव बरामद हुए हैं, उनके पास से
- AK-47
- इंसास राइफल
- देशी हथियार
- भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री
- नक्सली साहित्य और संचार उपकरण भी मिले हैं।
बाकी के शव और हथियारों की तलाश अभी भी जारी है।
इलाके में हाई अलर्ट
सुरक्षाबलों ने अबूझमाड़ इलाके को पूरी तरह घेर लिया है और संभावित नक्सली पलटवार को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया है। ग्रामीणों को फिलहाल जंगलों की ओर न जाने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष:
अबूझमाड़ के जंगलों में यह ऑपरेशन नक्सल विरोधी रणनीति में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। बसवा राजू जैसे शीर्ष नक्सली कमांडर का खात्मा और 27 नक्सलियों का मारा जाना, क्षेत्र में शांति बहाली की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है।