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पाकिस्तानी ISI एजेंट से बोली यूट्यूबर ज्योति: ‘पाकिस्तान में शादी करवा दो’ – आर्मी बेस की रेकी का भी शक

हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की नई वॉट्सएप चैट आई सामने, ISI एजेंट से नजदीकी संबंध, पठानकोट आर्मी बेस की रेकी का शक।

हिसार (हरियाणा): पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ जांच में नए खुलासे हो रहे हैं। अब उसकी ISI एजेंट हसन अली से हुई वॉट्सएप चैट सामने आई है। इस चैट में ज्योति उससे कहती है – “मुझे पाकिस्तान में शादी करवा दो।”

यह खुलासा राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए बेहद गंभीर बन गया है, क्योंकि जांच में यह भी सामने आया है कि ज्योति ने पठानकोट आर्मी बेस की रेकी भी की थी और वह पाकिस्तान में 3 मई 2024 को गई थी।

वीडियो फुटेज में पाकिस्तान पुलिस के कुछ जवान उसे सेल्फी लेते हुए दिखाई दे रहे हैं, जो इस बात की पुष्टि करता है कि ज्योति वहां खुलेआम घूम रही थी।


क्या है पूरा मामला:

ज्योति मल्होत्रा एक यूट्यूबर है, जो भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से जुड़े कंटेंट बनाकर वायरल होती रही है। लेकिन हाल ही में इंटेलिजेंस ब्यूरो और मिलिट्री इंटेलिजेंस को इस पर शक हुआ कि वह ISI से जुड़ी हुई है

जांच में यह बात सामने आई कि ज्योति पाकिस्तान की यात्रा के दौरान कई सुरक्षा संस्थानों की तस्वीरें और वीडियो बना रही थी।


ISI एजेंट से भावनात्मक बातचीत:

वॉट्सएप चैट में देखा गया कि ISI एजेंट हसन अली ने ज्योति को दुआ दी, जिसके जवाब में उसने लिखा –
“शुक्रिया, आप मेरे लिए पाकिस्तान में शादी करवा दो।”

यह बातचीत सामान्य नहीं मानी जा रही, बल्कि इसे एजेंसियां इमोशनल मैनीपुलेशन और मिशन के तहत संबंध बनाने की रणनीति के रूप में देख रही हैं।


पठानकोट आर्मी बेस की रेकी का शक:

सबसे गंभीर आरोप यह है कि ज्योति ने पठानकोट आर्मी बेस की रेकी की। बताया जा रहा है कि वह एक वीडियो शूट के नाम पर वहां गई और महत्वपूर्ण एंगल्स से रिकॉर्डिंग की।

इसी आर्मी बेस पर पहले भी आतंकी हमले हो चुके हैं, इसलिए सुरक्षा एजेंसियां इस घटना को बहुत गंभीरता से ले रही हैं।


क्या है आगे की कार्रवाई:

  • ज्योति से NIA और IB द्वारा लंबी पूछताछ जारी है।
  • उसके यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया खातों को फॉरेंसिक जांच में लिया गया है।
  • पाकिस्तान के एजेंट से उसकी चैटिंग के आधार पर कई सेक्शन में केस दर्ज किया गया है, जिनमें देशद्रोह और गोपनीय जानकारी साझा करने का आरोप शामिल है।

निष्कर्ष:

ज्योति मल्होत्रा का मामला सिर्फ एक व्यक्तिगत गलती नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन चुका है। इस केस ने एक बार फिर साबित किया है कि सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए दुश्मन देश कैसे लोगों को अपने जाल में फंसा सकते हैं।

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