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भूकंप के बाद कराची की जेल से 216 कैदी फरार: अफरातफरी में मेन गेट से भागे, 80 से ज्यादा दोबारा पकड़े गए

कराची (पाकिस्तान) |
पाकिस्तान के कराची शहर की मलिर जेल में सोमवार रात एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। भूकंप के झटकों के बाद जेल में मची अफरातफरी का फायदा उठाकर 216 कैदी फरार हो गए। इनमें से अब तक 80 से ज्यादा कैदियों को पकड़ लिया गया है, जबकि 135 कैदी अभी भी फरार हैं।


📹 कैदियों के फरार होने का वीडियो हुआ वायरल

इस सनसनीखेज घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें भगदड़ और अफरा-तफरी के दृश्य साफ देखे जा सकते हैं। फरार हुए कई कैदी मेन गेट से भागते नजर आए।


🔍 भूकंप के बाद बैरकों से बाहर लाए गए थे कैदी

जेल प्रशासन के मुताबिक, कराची में आए भूकंप के बाद एहतियातन 700 से 1000 कैदियों को बैरकों से बाहर निकाला गया था। इसी दौरान मेन गेट की ओर धक्का-मुक्की शुरू हो गई और कैदी फरार हो गए।

जेल सुपरिंटेंडेंट अरशद शाह ने मंगलवार तड़के इस घटना की पुष्टि की।


⚠️ प्रशासनिक लापरवाही से बढ़ी मुश्किल

हालांकि शुरुआत में यह दावा किया गया कि कैदियों ने दीवार तोड़ी, लेकिन प्रशासन ने साफ किया कि सभी कैदी भगदड़ के बीच मेन गेट से भागे। गृह मंत्री लांजार ने माना कि घटना में प्रशासनिक लापरवाही भी एक बड़ा कारण रही है।


🧾 जेल में सुरक्षा बलों की तैनाती और तलाशी अभियान

घटना के बाद जेल का नियंत्रण तुरंत रेंजर्स और फ्रंटियर कोर (FC) ने संभाल लिया। तलाशी अभियान में SSU, RRF, रेंजर्स और FC की टीमें मिलकर काम कर रही हैं। हर फरार कैदी की पहचान और रिकॉर्ड प्रशासन के पास है, और घरों व आसपास के इलाकों में छापेमारी जारी है।


🩸 हादसे में एक कैदी की मौत, 4 सुरक्षाकर्मी घायल

इस भगदड़ में एक कैदी की मौत और चार सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं। घायल कर्मचारियों का इलाज जारी है।


🧑‍⚖️ सीएम और राज्यपाल ने दिए सख्त निर्देश

मुख्यमंत्री मुराद अली शाह और राज्यपाल कामरान टेसोरी ने घटना का संज्ञान लेते हुए सभी फरार कैदियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, लापरवाह जेल अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात भी कही गई है।


🕵️ पकड़े गए कैदियों के बयान

कुछ पकड़े गए कैदियों ने कहा कि “भूकंप की खबर से डरकर सब भागने लगे, इसलिए वे भी भाग निकले।” वहीं, एक अन्य कैदी ने दावा किया कि जेल की दीवार गिर गई थी, हालांकि प्रशासन ने इस दावे को खारिज किया।


📚 ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं पाकिस्तान में

  • जुलाई 2024 में PoK के रावलकोट जेल से 19 कैदी भागे थे, जिनमें से 6 को मौत की सजा मिली थी।
  • 2012 में बन्नू शहर की जेल से तालिबान के 400 से ज्यादा कैदी फरार हो गए थे।

🧾 निष्कर्ष:

यह घटना पाकिस्तान की जेल प्रणाली में गंभीर खामियों को उजागर करती है। सुरक्षा में चूक, आपदा प्रबंधन की कमी और कैदियों की निगरानी में लापरवाही ने इसे एक बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती बना दिया है।

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