अमेरिका का दावा- ईरान के पास परमाणु हथियार बनाने की पूरी क्षमता, सिर्फ खामेनेई के आदेश का इंतजार

तेहरान/तेल अवीव: मध्य पूर्व में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिका ने एक बार फिर चेतावनी दी है कि ईरान के पास अब परमाणु हथियार बनाने की पूरी तकनीकी क्षमता मौजूद है, और अब सिर्फ सुप्रीम लीडर खामेनेई के आदेश की देरी है। इस बीच ईरान ने दूसरे दिन भी इजराइल के बीर्शेबा शहर पर मिसाइल हमला किया, जिससे कई वाहन जलकर खाक हो गए।
🇺🇸 अमेरिका की गंभीर चेतावनी
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने गुरुवार को कहा कि –
“ईरान अब उस स्थिति में पहुंच चुका है कि वह कुछ ही हफ्तों में परमाणु हथियार तैयार कर सकता है। अगर अयातुल्ला अली खामेनेई आदेश देते हैं, तो यह प्रक्रिया शुरू हो सकती है।”
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश इस मामले को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए हर आवश्यक कदम उठाने को तैयार हैं।
💥 बीर्शेबा पर मिसाइल हमला, हालात तनावपूर्ण
शुक्रवार सुबह ईरान ने इजराइल के बीर्शेबा शहर को फिर निशाना बनाया।
- हमले में कई गाड़ियों में आग लग गई,
- मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने आग बुझाई,
- किसी बड़ी जनहानि की अभी पुष्टि नहीं हुई है।
इजराइल ने इसे सीधा युद्ध उकसाने वाला कदम बताया है और जवाबी कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
🔎 ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षा: एक नजर
ईरान ने कई बार सार्वजनिक मंचों पर कहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है।
हालांकि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों और अंतरराष्ट्रीय परमाणु निगरानी संस्थाओं का मानना है कि
- ईरान ने यूरेनियम का संवर्धन उच्च स्तर तक कर लिया है,
- हथियार ग्रेड मटेरियल तक पहुंच बहुत नजदीक है,
- सिर्फ राजनीतिक हरी झंडी की जरूरत बची है।
🌍 वैश्विक प्रतिक्रियाएं और चिंता
- संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
- यूरोपीय यूनियन ने परमाणु समझौते (JCPOA) को फिर से सक्रिय करने पर जोर दिया है।
- चीन और रूस ने भी इस मुद्दे को बातचीत से सुलझाने की मांग की है।
🧭 आगे क्या?
राजनयिकों का मानना है कि अगर ईरान ने परमाणु हथियार विकसित करने की दिशा में अगला कदम उठाया, तो यह न केवल इजराइल बल्कि पूरे पश्चिम एशिया को युद्ध की ओर धकेल सकता है। अमेरिका और इजराइल पहले ही सुरक्षा परिषद और नाटो स्तर पर रणनीतिक विचार-विमर्श कर रहे हैं।
निष्कर्ष:
ईरान और इजराइल के बीच सीधा सैन्य संघर्ष अब परमाणु खतरे की दिशा में बढ़ता दिख रहा है। अमेरिका की चेतावनी और ईरान के मिसाइल हमले ने पूरी दुनिया को एक नई सुरक्षा चुनौती की ओर झोंक दिया है। यह देखना होगा कि अगला कदम कौन उठाता है—बातचीत या टकराव।