लखनऊ विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार की बदतमीजी: योग दिवस मीटिंग में प्रोफेसर से बोले- “तुम्हें मिलेगा जूता”

लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय एक बार फिर विवादों में है। इस बार मामला विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार द्वारा एक प्रोफेसर से मीटिंग के दौरान की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर सामने आया है। योग दिवस से पहले चल रही मीटिंग में जब एक प्रोफेसर ने यह सवाल किया कि क्या लोअर और टीशर्ट सभी प्रतिभागियों को मिलेंगे, तो रजिस्ट्रार ने आपा खोते हुए कहा—
“तुम्हें मिलेगा जूता।“
इस टिप्पणी के बाद मीटिंग में मौजूद अन्य शिक्षक भी हतप्रभ रह गए। कुछ ने विरोध जताया, तो कुछ ने इस पर आपत्ति उठाई। यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और चैट के जरिए सामने आया है, जिससे लखनऊ विश्वविद्यालय की छवि पर सवाल उठने लगे हैं।
📹 वीडियो क्लिप वायरल, शिक्षकों में नाराजगी
मीटिंग की रिकॉर्डिंग का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें रजिस्ट्रार की आवाज साफ सुनी जा सकती है। सोशल मीडिया यूजर्स और पूर्व छात्रों ने इस व्यवहार की कड़ी निंदा की है।
विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने भी इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और कहा कि
“प्रशासनिक पद पर बैठे व्यक्ति से इस तरह की भाषा की उम्मीद नहीं की जा सकती। यह शिक्षकों का अपमान है।“
🧘♂️ योग दिवस की तैयारियों पर सवाल
यह विवाद ऐसे समय पर सामने आया है जब 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय में बड़े स्तर पर योग आयोजन होना है, जिसमें छात्र, शिक्षक और अधिकारी शामिल होंगे। लेकिन रजिस्ट्रार की इस टिप्पणी ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है।
📣 प्रशासन की चुप्पी और मांगें
अब तक विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, प्रोफेसर समुदाय ने मांग की है कि:
- रजिस्ट्रार को उनके बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
- विश्वविद्यालय में अधिकारियों के लिए आचार संहिता लागू की जाए।
- योग दिवस आयोजन से पहले सभी की गरिमा का सम्मान सुनिश्चित हो।
📌 निष्कर्ष:
लखनऊ विश्वविद्यालय में अधिकारियों और शिक्षकों के बीच का यह टकराव विश्वविद्यालय की साख और शैक्षणिक माहौल को प्रभावित कर सकता है। योग दिवस जैसे सकारात्मक आयोजन से पहले यह विवाद गंभीर प्रशासनिक चेतावनी है कि संवाद और सम्मान दोनों अनिवार्य हैं।