विचार

अल्बर्ट पाइक की रहस्यमयी भविष्यवाणी: क्या 1871 में लिखे पत्र में सचमुच तीन विश्व युद्धों का ज़िक्र था?

तीन विश्व युद्धों की भविष्यवाणी: करने वाले अल्बर्ट पाइक के पत्र को लेकर फिर उठे सवाल, क्या यह वैश्विक साजिश का हिस्सा या मात्र कल्पना? 1871 में लिखे गए एक कथित रहस्यमयी पत्र में अमेरिकी फ्रीमेसन और लेखक अल्बर्ट पाइक ने तीन विश्व युद्धों की भविष्यवाणी की थी। यह पत्र ग्यूसेप माज़िनी नामक इतालवी क्रांतिकारी को लिखा गया माना जाता है और इंटरनेट पर यह वर्षों से षड्यंत्र सिद्धांतों का मुख्य आधार बना हुआ है। इस पत्र की प्रामाणिकता आज भी विवादों में घिरी हुई है, लेकिन इसके दावे आज भी सोशल मीडिया और वैकल्पिक मीडिया में चर्चा का विषय बने हुए हैं।


तीन विश्व युद्धों की भविष्यवाणी क्या थी?

पहला विश्व युद्ध:

पाइक के अनुसार यह युद्ध रूस और जर्मनी के राजनीतिक गठजोड़ को खत्म करने के लिए लड़ा जाएगा, जिसका उद्देश्य साम्यवाद को बढ़ावा देना था।

दूसरा विश्व युद्ध:

यह युद्ध फासीवाद और ज़ायनिज़्म के बीच होगा। इसका उद्देश्य इजराइल राष्ट्र की स्थापना और नाजियों की हार था।

तीसरा विश्व युद्ध:

इस युद्ध को इस्लाम और यहूदी धर्म के बीच दिखाया गया है, जिसका उद्देश्य दुनिया को अराजकता में धकेलकर नई विश्व व्यवस्था (New World Order) को स्थापित करना बताया गया।


इस पत्र की प्रामाणिकता पर विवाद

  • यह दावा किया गया कि पत्र ब्रिटिश म्यूजियम में 1977 तक प्रदर्शित था, लेकिन ब्रिटिश म्यूजियम ने इसे सिरे से नकार दिया
  • पत्र का कोई असली दस्तावेज या स्कैन उपलब्ध नहीं है, सिर्फ व्याख्याएं और द्वितीय स्रोतों के आधार पर जानकारी मौजूद है।
  • कई इतिहासकार और शोधकर्ता इसे फर्जी बताते हैं और इसे आधुनिक षड्यंत्र सिद्धांतों की उपज मानते हैं।

कौन थे अल्बर्ट पाइक?

अल्बर्ट पाइक (29 दिसंबर, 1809 – 2 अप्रैल, 1891) एक अमेरिकी लेखक, वकील, न्यायविद और कॉन्फेडरेट आर्मी के जनरल थे। वे एक प्रसिद्ध फ्रीमेसन थे और स्कॉटिश रीट के सॉवरेन ग्रैंड कमांडर के रूप में वर्षों तक कार्यरत रहे। उनकी किताब “Morals and Dogma” फ्रीमेसन दर्शन का प्रमुख ग्रंथ मानी जाती है।


फ्रीमेसन, इल्लुमिनाटी और नई विश्व व्यवस्था से संबंध

यह पत्र अक्सर फ्रीमेसन, इल्लुमिनाटी और गुप्त समाजों से जोड़ा जाता है जो कथित रूप से दुनिया पर नियंत्रण की योजना बना रहे हैं। इसके अनुसार तीन युद्धों का उद्देश्य एक केंद्रीकृत वैश्विक सरकार की स्थापना है, जिसे New World Order कहा जाता है।


निष्कर्ष:

अल्बर्ट पाइक का कथित पत्र और तीन विश्व युद्धों की भविष्यवाणी, आज भी षड्यंत्र सिद्धांतों का अहम हिस्सा बनी हुई है। हालांकि इसके साक्ष्य संदिग्ध हैं और प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं हुई, लेकिन यह पत्र राजनीतिक और धार्मिक विमर्श में अक्सर चर्चित रहता है। इसे इतिहास का तथ्य नहीं बल्कि एक विवादास्पद विचार मानना ही उचित होगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button