SCO में पाकिस्तानी मंत्री से नहीं मिले राजनाथ सिंह: भारत ने साझा दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से किया इनकार

शंघाई। चीन के किंगदाओ में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में भारत ने एक कड़ा कूटनीतिक रुख अपनाते हुए साझा बयान (Joint Statement) पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद पर भारत का पक्ष दृढ़ता से रखा।
🇮🇳 भारत ने पहलगाम हमले को लेकर जताई आपत्ति
भारत ने स्पष्ट किया कि वह ऐसे किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं करेगा जिसमें हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र नहीं किया गया हो। भारत का मानना है कि साझा दस्तावेज में आतंकवाद पर चर्चा अधूरी है यदि उसमें इस हमले जैसे गंभीर घटनाक्रम को शामिल नहीं किया गया।
🙅♂️ राजनाथ ने पाकिस्तानी रक्षा मंत्री से नहीं की मुलाकात
बैठक के दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री से किसी प्रकार की औपचारिक या अनौपचारिक मुलाकात नहीं की। दोनों नेता बैठक में उपस्थित तो थे, लेकिन किसी भी तरह की बातचीत या द्विपक्षीय भेंट नहीं हुई। सूत्रों के अनुसार भारत ने जानबूझकर दूरी बनाए रखी, क्योंकि भारत-पाकिस्तान संबंधों में अभी भी तनाव बना हुआ है।
🗣️ आतंकवाद पर भारत का कड़ा रुख
राजनाथ सिंह ने बैठक के दौरान कहा:
“आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा शत्रु है। जब तक सभी देश मिलकर और ईमानदारी से इसका मुकाबला नहीं करते, तब तक क्षेत्र में शांति और स्थिरता संभव नहीं है।”
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में आतंकवाद के सभी रूपों और समर्थन को खत्म करने के लिए साझा कार्रवाई की जरूरत पर बल दिया।
🔁 जॉइंट स्टेटमेंट से भारत की दूरी का संदेश
भारत के इनकार के बाद साझा बयान में से भारत का नाम हटा दिया गया। यह भारत की ओर से एक स्पष्ट संदेश था कि आतंकवाद को लेकर किसी भी तरह की नरमी स्वीकार नहीं की जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कूटनीतिक कदम भारत के दृढ़ और जिम्मेदार रुख को दर्शाता है, खासकर तब जब वैश्विक मंचों पर आतंकवाद पर दोहरे मापदंड अपनाए जा रहे हैं।
📌 निष्कर्ष
SCO बैठक में भारत का रवैया यह दिखाता है कि राष्ट्रहित और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में भारत किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगा। पाकिस्तान के साथ दूरी और साझा बयान से अलग रहकर भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपने स्थायी और सख्त रुख को एक बार फिर मजबूती से दुनिया के सामने रखा है।