लखनऊ में अब दिखेंगी 42 मंजिला इमारतें: LDA ने तीन हाईराइज हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को दी मंजूरी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी अब दिल्ली, नोएडा और मुंबई जैसे महानगरों की तर्ज पर गगनचुंबी इमारतों की दुनिया में कदम रखने जा रही है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने तीन निजी हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दे दी है, जिनमें 38 से 42 मंजिला तक की इमारतों का निर्माण प्रस्तावित है। इनमें से दो साइट्स पर निर्माण कार्य शुरू भी हो चुका है।
🏗️ शहीद पथ पर बसेगा ऊंचाइयों का नया लखनऊ
इन हाईराइज टावरों का निर्माण शहीद पथ के दोनों ओर प्रस्तावित है, जहां रिहायशी फ्लैट्स के साथ-साथ शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, पार्किंग एरिया, क्लब हाउस, और ग्रीन स्पेस की योजना तैयार की गई है। ये प्रोजेक्ट लखनऊ को फ्यूचर रेडी अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर की ओर ले जाने वाले मील के पत्थर माने जा रहे हैं।
📌 तीनों प्रोजेक्ट्स की प्रमुख बातें:
- पहला प्रोजेक्ट: 38 मंजिला रेसिडेंशियल टावर – निर्माण कार्य शुरू
- दूसरा प्रोजेक्ट: 40 मंजिला अपार्टमेंट टावर – निर्माण कार्य प्रगति पर
- तीसरा प्रोजेक्ट: 42 मंजिला हाइब्रिड प्रोजेक्ट – मंजूरी प्राप्त, कार्य जल्द शुरू होगा
🏙️ लखनऊ में बदलेगी स्काईलाइन
LDA के अधिकारियों के अनुसार, ये प्रोजेक्ट्स लखनऊ की स्काईलाइन को पूरी तरह बदलने वाले हैं। इन भवनों को भूकंपरोधी तकनीक, फायर सेफ्टी सिस्टम और हरित भवन मानकों के अनुसार डिजाइन किया जा रहा है।
🌇 क्यों हो रहा है हाईराइज पर फोकस?
- भूमि की कमी और बढ़ती आबादी
- इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन की आवश्यकता
- नई पीढ़ी की लाइफस्टाइल को देखते हुए
- निवेश और आधुनिक जीवन शैली के मिश्रण का आकर्षण
💬 एलडीए उपाध्यक्ष का बयान:
“लखनऊ अब एक स्मार्ट सिटी के रूप में उभर रहा है। आधुनिक, सुरक्षित और टिकाऊ इमारतें राजधानी की जरूरत हैं। हमने तकनीकी और पर्यावरणीय सभी मानकों का ध्यान रखकर मंजूरी दी है।”
— इंद्रमणि त्रिपाठी, उपाध्यक्ष, LDA
📈 रियल एस्टेट निवेशकों के लिए सुनहरा मौका
इन प्रोजेक्ट्स के माध्यम से रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा। लखनऊ और बाहरी निवेशकों के लिए यह एक नई संभावनाओं का द्वार खोलने जा रहा है।
📢 निष्कर्ष:
अब लखनऊ सिर्फ नवाबी अंदाज़ और तहज़ीब के लिए ही नहीं, बल्कि आधुनिक गगनचुंबी इमारतों और मेट्रोपॉलिटन इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी जाना जाएगा। इन हाईराइज प्रोजेक्ट्स के पूरा होते ही लखनऊ की पहचान और विकास की रफ्तार दोनों को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।