कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप कांड: वारदात के बाद आरोपी घंटों शराब पीते रहे, गार्ड को धमकाया, ढाबे में खाया खाना
CCTV और मेडिकल रिपोर्ट से गैंगरेप की पुष्टि, आरोपियों ने पूरी वारदात पहले से रची थी योजना के तहत

कोलकाता। साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप मामले में जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि 25 जून को छात्रा से गैंगरेप के बाद आरोपी न सिर्फ कॉलेज गार्ड रूम में घंटों शराब पीते रहे, बल्कि गार्ड को धमकी भी दी कि वह घटना की जानकारी किसी को न दे। इसके बाद वे ढाबे में खाना खाने गए और फिर अपने-अपने घर लौट गए।
⚖️ कोर्ट का फैसला: आरोपी 8 जुलाई तक हिरासत में
अलीपुर कोर्ट ने मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा और उसके साथी प्रमित मुखर्जी तथा जैब अहमद को 8 जुलाई तक हिरासत में भेज दिया है। कॉलेज के सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी, जिसे धमकी दी गई थी, उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है और उसकी भी रिमांड बढ़ा दी गई है।
🕵️ वारदात के बाद की गतिविधियां: शराब, ढाबा और बचाव के प्रयास
पुलिस के अनुसार, गैंगरेप की वारदात के बाद आरोपी कॉलेज परिसर में बने गार्ड रूम में गए और घंटों तक शराब पी।
गार्ड पिनाकी बनर्जी को चुप रहने की धमकी दी गई। इसके बाद आरोपी EM Bypass के पास एक ढाबे में गए और खाना खाया। फिर सभी आरोपी अपने-अपने घर लौट गए।
26 जून को जैसे ही आरोपियों को वारदात की गंभीरता का एहसास हुआ, मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा ने देशप्रिय पार्क क्षेत्र में रहने वाले एक प्रभावशाली व्यक्ति से संपर्क किया, जिसने इस बार कोई मदद नहीं की।
📞 पहले से रची गई थी साजिश, CDR में खुलासा
जांच में पाया गया कि यह गैंगरेप कोई अचानक हुई घटना नहीं थी बल्कि पूर्व नियोजित साजिश थी। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) से खुलासा हुआ कि घटना से पहले कई दिनों तक तीनों आरोपी लगातार संपर्क में थे।
मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर यह भी पता चला कि घटना के बाद मनोजीत मिश्रा शहर के बल्लीगंज, रासबिहारी एवेन्यू, गरियाहाट, फर्न रोड जैसे कई इलाकों में मदद की तलाश में भटकता रहा।
🏫 कॉलेज परिसर में 4 घंटे तक सीन रीक्रिएशन
पुलिस ने 4 जुलाई को घटना के सीन को रीक्रिएट करने के लिए चारों आरोपियों को सुबह 4:30 बजे कॉलेज परिसर में ले जाया। यह प्रक्रिया करीब 4 घंटे तक चली।
CCTV फुटेज और पीड़िता की शिकायत के आधार पर पूरी घटना का मिलान किया गया।
🏛️ कॉलेज प्रशासन की दलीलें और हाईकोर्ट का आदेश
कॉलेज प्रशासन ने कोर्ट को बताया कि 200 से अधिक छात्रों की सेमेस्टर परीक्षाएं हैं, इसलिए कॉलेज संचालन जरूरी है।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने सभी कॉलेजों के छात्र संघ कार्यालयों को चुनाव तक बंद करने का आदेश दिया है। बिना अनुमति उनका उपयोग प्रतिबंधित रहेगा।
🧾 पुष्टि: CCTV और मेडिकल रिपोर्ट से हुआ गैंगरेप
CCTV फुटेज में साफ दिख रहा है कि पीड़िता को जबरदस्ती गार्ड रूम में ले जाया गया।
मेडिकल रिपोर्ट (28 जून) में गैंगरेप की पुष्टि हुई है।
पीड़िता के शरीर पर मारपीट, काटने और नाखून से खरोंच के निशान भी मिले हैं।
📣 छात्रों का प्रदर्शन, बढ़ता जन आक्रोश
कॉलेज के छात्र-छात्राएं इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
वे आरोपी छात्रों की सख्त सजा की मांग कर रहे हैं और कॉलेज परिसर में सुरक्षा के बेहतर इंतजाम की अपील कर रहे हैं।
🔚 निष्कर्ष:
कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप कांड ने एक बार फिर शैक्षणिक परिसरों की सुरक्षा और प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जहां एक ओर कानून व्यवस्था पर चिंता है, वहीं दूसरी ओर आरोपियों की बेशर्मी से यह भी स्पष्ट है कि सख्त और त्वरित न्याय ही ऐसे अपराधों पर लगाम लगाने का एकमात्र उपाय है।