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ब्रिक्स की नीतियों से नाराज ट्रंप की चेतावनी: अमेरिका विरोधी रवैये पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाएंगे

ब्राजील में ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान ईरान पर हमले और व्यापार टैरिफ की आलोचना से भड़के अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप; ट्रुथ सोशल पर दी चेतावनी

ब्राजील: में चल रहे 17वें BRICS सम्मेलन में अमेरिका विरोधी नीतियों पर परोक्ष आलोचना होते ही अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भड़क उठे। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यदि ब्रिक्स देश अमेरिका विरोधी नीतियों का समर्थन करते हैं, तो उन पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा।

ट्रंप बोले: “इस नीति में कोई अपवाद नहीं होगा”

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा—

“जो भी देश BRICS की अमेरिका विरोधी नीतियों से जुड़ते हैं, उन पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। इस नीति में कोई अपवाद नहीं होगा। धन्यवाद!”

ट्रंप की यह टिप्पणी तब आई जब BRICS देशों ने अपने संयुक्त घोषणा पत्र में ईरान पर अमेरिकी-इस्राइली हमलों की अप्रत्यक्ष रूप से निंदा की और व्यापारिक टैरिफ को डब्ल्यूटीओ नियमों के विरुद्ध बताया।

ब्रिक्स देशों की अप्रत्यक्ष निंदा

ब्रिक्स सम्मेलन में अमेरिका का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया गया, लेकिन ईरान पर हमलों और व्यापार शुल्कों की आलोचना की गई। इस आलोचना में इस्राइल की मध्यपूर्व में की जा रही सैन्य कार्रवाई पर भी सवाल उठाए गए।
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने भी नाटो के सैन्य खर्च बढ़ाने के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि—

“शांति की तुलना में युद्ध में निवेश करना हमेशा आसान होता है।”

9 जुलाई को टैरिफ राहत खत्म: बढ़ी वैश्विक चिंता

अमेरिकी टैरिफ छूट की 9 जुलाई को समाप्त हो रही समयसीमा ने वैश्विक व्यापार जगत में चिंता बढ़ा दी है। ट्रंप ने कहा है कि इस समयसीमा के बाद नई टैरिफ लिस्ट पर 90 दिनों की रोक बढ़ाने की कोई योजना नहीं है।
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि 10–12 देशों को अतिरिक्त टैरिफ की नोटिस भेजने के आदेश दे दिए हैं, जो सोमवार को जारी की जाएगी।


🌐 ब्रिक्स सम्मेलन की थीम और भागीदारी

इस वर्ष का BRICS सम्मेलन ब्राजील की अध्यक्षता में हुआ जिसकी थीम थी—

समावेशी और टिकाऊ वैश्विक शासन के लिए ग्लोबल साउथ का सहयोग“।

इसमें पुराने 5 सदस्य देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) के अलावा मिस्र, इथियोपिया, ईरान, यूएई और इंडोनेशिया जैसे नए सदस्य भी शामिल हुए। सम्मेलन में अमेरिका के दबाव और वैश्विक व्यापारिक असंतुलन को लेकर कई अहम मुद्दे उठाए गए।


📌 निष्कर्ष:

BRICS की वैश्विक नीतियों और अमेरिका की संरक्षणवादी सोच के बीच टकराव अब खुलकर सामने आने लगा है। ट्रंप की यह चेतावनी आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर गहरा असर डाल सकती है। BRICS की नीतियां जहां ग्लोबल साउथ के लिए सहयोग और समानता की बात करती हैं, वहीं अमेरिका इसे अपने लिए खतरा मान रहा है।

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