उत्तर प्रदेश

Sambhal News: नकली दवाइयां बनाने वाली कंपनी पकड़ी, लगभग 40 लाख की नकली अंगेजी दवाई मिली

Sambhal News: जनपद में मुरादाबाद जिले से सहयक आयुग खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन दीपक शर्मा द्वारा ने जांच की शुरू नहीं मिला कोई दवा बनाने का लाइसेंस, मालिक पर केस दर्ज । पुलिस ने कंपनी के मालिक मालिक बाबूराम उर्फ तेजप्रताप वाष्र्णेय काे गिरफ्तार कर लिया है

उत्तर प्रदेश के जनपद सम्भल के मोहल्ला शहजादी सराय में नकली दवाओं की कंपनी बाबूराम उर्फ तेजप्रताप वाष्र्णेय काफ़ी समय से नक़ली दवाइयों बनने का गोरखधंधा चल रहा था जिसकी सूचना पर क्षेत्र में नकली दवा बनाने वाली कंपनी पर ड्रग विभाग द्वारा कार्रवाई अमल में लाई गई है। शहज़ादी सराय मार्ग पर स्थित कंपनी जोकि आयुर्वेद लाइसेंस के नाम पर अंग्रेजी दवाओं का उत्पादन कर रही थी। इसकी सूचना मिलते ही मुरादाबाद जिले से आए सहयक आयुग खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन दीपक शर्मा की अध्यक्षता में टीम ने छापेमारी करते हुए कंपनी को सील किया। इस कंपनी का सारा स्टाक सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया और कंपनी के मालिक बाबूराम उर्फ तेजप्रताप वाष्र्णेय को गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में कंपनी मालिक के खिलाफ ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। उन पर जाे धाराएं लगाई गई है उसमें सात साल से लेकर उम्र कैद तक का प्रावधान है। साथ ही पुलिस काे इनके अन्य साथियाें अाैर राॅ मैटीरियल, फॉसिल अाैर डिब्बे कहा से लिए गए, नकली दवाइयाें काे कहा बेचते थे इसका भी पता लगाने काे कहा गया है। कंपनी के खिलाफ फूड सेफ्टी एक्ट के तहत भी जांच की जा रही है। कंपनी को सील कर गार्द भी बैठा दी गई है। ड्रग विभाग ने कार्रवाई अमल में लाते हुए कंपनी को सील करते हुए कोतवाली पुलिस के तहत मामला दर्ज करवाने की प्रकिया शुरू कर दी है, ताकि आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जा सके। जानकारी के अनुसार नकली दवाओं का यह कारोबार ने काफ़ी बड़ी मात्रा नकली दवाइयों का अवैध गोरखधंधा चला रहा था सम्भल तथा आसपास के इलाके के मेडिकल हॉस्पिटल में इसकी सप्लाई जाती थी जैसी जानकरी मिली उतरप्रदेश के जनपद सम्भल में बाबूराम उर्फ तेजप्रताप वाष्र्णेयरहने वाले थे जो कि काफी समय से नकली दवाइयां बनाने का काम करते थे। ऐसे में ये सवाल भी है कि ये लोग कितने लोगाें की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

हर दवा की जांच बारीकी से की जाएगी

सहयक आयुग खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन दीपक शर्मा द्वारा बताया गया कि यह कंपनी काफ़ी लंबे समय से संचालित थी जिसके पास से लगभग 40 लाख की नकली अंग्रेजी दवाइयों की पकड़ा है इस कंपनी के दो गोड़म चल रहे थे जहाँ से अलग अलग कंपनी के रैपर मिले आगे ओर जानकारी देते हुए बताया कि विभाग की टीम आने वाले कुछ समय तक इनके द्वारा बनाई गई हर दवा की जांच करेगी, ताकि ये पता चल सके की इन दवा में कोई जान जोखिम में डालने वाला कैमिकल तो नहीं है। बहरहाल आरोपी कंपनी संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है कौन-कौन सी दवाओं का उत्पादन किया जाता था और इन दवाओं को कहां और किसे सप्लाई किया जाता था। यहां तक की विभाग यह भी जांच करने में जुटा हुआ है कि कंपनी में हर माह कितना उत्पादन और कितनी क्वांटिटी से किया जा रहा था। जिसका जल्द से जल्द खुलासा होगा।

दूसरे राज्य के नाम से बनाई जा रही थी दवाइयां

जानकारी के अनुसार नकली दवाइयां बनाने का काम सम्भल जिले में किया जा रहा था। दूसरे राज्यों के नाम पर बनाई जा रही दवाइयां उत्पादन के बाद सप्लाई की जाती थी। ड्रग विभाग ने कंपनी का भंडाफोड़ हुए विभागीय व पुलिस की कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाने की तैयारी की जा रही है। नकली दवाइयां बनाने का मामला सामने आने के बाद से सम्भल के कुछ फार्मा स्टोर पर अफरा तफरी का माहौल बन गया है।

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