
पंचकूला | क्राइम डेस्क: हरियाणा के पंचकूला जिले से एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। सोमवार देर रात एक ही परिवार के 7 सदस्यों ने एक साथ आत्महत्या कर ली। यह हादसा सेक्टर 27 में हुआ, जहां सभी शव एक कार में मिले। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि सभी ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी की।
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें लिखा गया है कि परिवार दिवालिया हो चुका था और कर्ज के बोझ से पूरी तरह टूट चुका था।
सुसाइड नोट में लिखा- “बाबा की कथा भी सुन ली, कोई समाधान नहीं निकला”
पुलिस के अनुसार, परिवार हाल ही में बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री की कथा में शामिल हुआ था। नोट में लिखा गया है,
“हमने बाबा की कथा भी सुन ली, लेकिन जीवन में कोई चमत्कार नहीं हुआ। अब हम थक चुके हैं।”
मरने वालों में पति-पत्नी, उनके तीन बच्चे और बुजुर्ग माता-पिता शामिल
मृतकों की पहचान विनोद शर्मा (45), उनकी पत्नी कुसुम (42), दो बेटे (12 और 9 वर्ष), एक बेटी (7 वर्ष) और माता-पिता के रूप में हुई है। कार के अंदर एक व्यक्ति अभी सांस ले रहा था, लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया।
कार के अंदर बंद करके ली जान
पुलिस जांच में सामने आया है कि परिवार रात को घर से निकला था। सभी ने मिलकर किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया और खुद को कार में बंद कर लिया। सुबह तक जब किसी ने प्रतिक्रिया नहीं दी, तो पड़ोसियों ने सूचना दी।
सोशल मीडिया और कथा का प्रभाव भी जांच के दायरे में
पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या परिवार किसी धार्मिक या मानसिक दबाव में था। क्या कथा के दौरान किसी चमत्कारी उम्मीद ने उन्हें प्रभावित किया? क्या वे आर्थिक मदद की तलाश में थे?
निष्कर्ष: आर्थिक तंगी और मानसिक दबाव ने ली 7 जिंदगियां
यह मामला बताता है कि आर्थिक संकट केवल बैंक खातों में नहीं, मानसिक हालात पर भी असर डालता है। किसी परिवार का इस तरह से टूट जाना केवल व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि सामाजिक चेतावनी भी है।
जरूरत है संवाद, सहयोग और समय रहते मदद की।