लखनऊ में हुक्का-पानी और लठ लेकर पहुंचे प्रदेशभर के किसान:कहा- नहीं हो रहा गन्ना भुगतान, अधिकारी पढ़ा रहे पहाड़ा

लखनऊ — उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों का आक्रोश सोमवार को राजधानी लखनऊ की सड़कों पर देखने को मिला। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) से जुड़े किसान हाथों में लठ, हुक्का-पानी और बैनर लेकर लखनऊ में एकत्र हुए और जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों की मुख्य मांग थी — बकाया गन्ना भुगतान तुरंत किया जाए।
प्रदर्शन के केंद्र बने तीन कार्यालय
किसानों ने एक साथ तीन प्रमुख सरकारी कार्यालयों को अपना विरोध स्थल चुना:
- खनन निदेशालय कार्यालय
- चकबंदी आयुक्त कार्यालय
- चीनी एवं गन्ना आयुक्त कार्यालय
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारी सिर्फ “पहाड़े पढ़ाने” में व्यस्त हैं, लेकिन किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान करने में कोई रुचि नहीं दिखा रहे।
किसानों का आरोप: न भुगतान, न सुनवाई
किसानों ने बताया कि कई महीने बीतने के बावजूद गन्ना मिलों ने भुगतान नहीं किया है। इस कारण कर्ज और आर्थिक संकट से जूझ रहे किसान नवीन फसल की बुवाई भी नहीं कर पा रहे। भाकियू नेताओं ने कहा कि जब तक सरकार कोई ठोस फैसला नहीं लेती, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
प्रशासन के खिलाफ तीखे नारे और चेतावनी
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने सरकार और अधिकारियों के खिलाफ तीखे नारे लगाए। किसानों का कहना था कि अगर जल्द निर्णय नहीं हुआ, तो वे राजधानी में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देंगे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस जवाब सामने नहीं आया है। हालांकि, प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि किसानों की शिकायतों को गंभीरता से लिया जा रहा है और संबंधित विभागों को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
निष्कर्ष: यूपी के किसान फिर सड़कों पर
यह प्रदर्शन एक बार फिर यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश के किसानों की समस्याएं अब सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने से ऊपर उठकर सड़कों तक आ गई हैं। गन्ना भुगतान को लेकर यह मुद्दा एक राजनीतिक और सामाजिक दबाव का रूप ले सकता है यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया।