नोएडा में बुजुर्ग से 52 लाख की ठगी: निवेश के नाम पर दिया झांसा, 16 बार में ट्रांसफर हुई रकम
नोएडा में बुजुर्ग से निवेश के नाम पर 52 लाख रुपए की ठगी, साइबर सेल में शिकायत दर्ज, पुलिस ने अकाउंट फ्रीज किया

नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक बुजुर्ग को निवेश के नाम पर 52 लाख रुपए की ठगी का शिकार बनाया गया है। पीड़ित बुजुर्ग ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ठगों के अकाउंट को फ्रीज कर जांच शुरू कर दी है।
निवेश का झांसा देकर 52 लाख की ठगी
पीड़ित बुजुर्ग को कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने निवेश में भारी मुनाफे का लालच देकर 52 लाख रुपए हड़प लिए। यह रकम एक ही बार में नहीं, बल्कि 16 बार में अलग-अलग बैंक ट्रांजैक्शन के माध्यम से ट्रांसफर की गई।
साइबर सेल में शिकायत के बाद हरकत में आई पुलिस
पीड़ित ने जब महसूस किया कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है, तो उन्होंने तुरंत साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक्शन लिया और ठगों के बैंक अकाउंट को फ्रीज करवा दिया।
अकाउंट फ्रीज, जांच जारी
साइबर सेल की टीम ने बैंक अकाउंट को ट्रैक कर फ्रीज कर दिया है, जिसमें ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी। पुलिस उन सभी नंबरों और ईमेल आईडी की जांच कर रही है, जिनके माध्यम से बुजुर्ग से संपर्क किया गया था।
बुजुर्ग ने कैसे फंसा जाल में?
पीड़ित बुजुर्ग को फोन कॉल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर संपर्क किया गया। उन्हें एक फर्जी निवेश योजना का लालच दिया गया, जिसमें कम समय में भारी रिटर्न का वादा किया गया था। ठगों ने विश्वास दिलाने के लिए कुछ फर्जी दस्तावेज और प्रमोशनल मैसेज भी भेजे।
16 बार में ट्रांसफर हुई रकम
रकम को ट्रांसफर करने का तरीका भी बेहद चालाकी से अपनाया गया। ठगों ने बुजुर्ग से 16 बार में छोटे-छोटे ट्रांजैक्शन कराए ताकि बैंकिंग सिस्टम को संदेह न हो। यह सभी ट्रांजैक्शन अलग-अलग खातों में किए गए थे।
बुजुर्ग ने समझाया, लेकिन तब तक हो चुकी थी ठगी
जब बुजुर्ग को ठगी का शक हुआ, तब तक वह 52 लाख रुपए गवां चुके थे। उन्होंने तुरंत अपने परिजनों को जानकारी दी और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
साइबर ठगी से बचने के लिए पुलिस की सलाह
नोएडा पुलिस ने जनता को साइबर ठगी से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
- अज्ञात कॉल या मैसेज पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें।
- किसी भी निवेश योजना में शामिल होने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें।
- सोशल मीडिया पर किसी अनजान व्यक्ति से संपर्क न करें।
- बैंक और साइबर सेल की हेल्पलाइन नंबर को सुरक्षित रखें।
निष्कर्ष
नोएडा में बुजुर्ग से 52 लाख की ठगी की यह घटना यह साबित करती है कि साइबर अपराधी कैसे कमजोर और आसानी से प्रभावित होने वाले लोगों को निशाना बनाते हैं। साइबर सेल की त्वरित कार्रवाई से उम्मीद है कि आरोपी जल्द ही गिरफ्तार होंगे और पीड़ित बुजुर्ग को न्याय मिलेगा।