लखनऊ के ब्रांडेड रेस्त्रां में मिलावट का खुलासा: बर्गर किंग की मेयोनीज में बैक्टीरिया, डोमिनोज का एक्सपायर पिज्जा सर्व
स्वाद के लिए मशहूर लखनऊ के बड़े फूड आउटलेट्स में गंदगी और खराब खाद्य सामग्री परोसने का मामला सामने आया, ग्राहकों का भरोसा टूटा

लखनऊ। स्वाद और खानपान के लिए प्रसिद्ध लखनऊ के बड़े ब्रांडेड रेस्त्रां और फूड आउटलेट्स में मिलावट और खराब गुणवत्ता वाले खाने की खौफनाक सच्चाई सामने आई है। फूड सेफ्टी विभाग की जांच में पाया गया कि बर्गर किंग की मेयोनीज में बैक्टीरिया था, जबकि डोमिनोज अपने ग्राहकों को एक्सपायर हो चुके पिज्जा परोस रहा था।
12 बड़े ब्रांडेड रेस्त्रां पर छापेमारी
फूड सेफ्टी विभाग ने लखनऊ के 12 बड़े ब्रांडेड रेस्त्रां और फूड आउटलेट्स पर छापेमारी की। इस दौरान कुल 36 खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए, जिनमें से कई सैंपल फेल पाए गए। बर्गर किंग, डोमिनोज, केएफसी और अन्य बड़े ब्रांड्स के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
बर्गर किंग: मेयोनीज में मिला बैक्टीरिया
बर्गर किंग की मेयोनीज में बैक्टीरिया पाए जाने के बाद फूड सेफ्टी विभाग ने उसे तत्काल नष्ट करवा दिया। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बैक्टीरिया युक्त खाद्य पदार्थ खाने से फूड पॉइजनिंग और पेट संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
डोमिनोज: एक्सपायर पिज्जा परोसा गया
डोमिनोज पिज्जा की जांच में पता चला कि वहां ग्राहकों को एक्सपायर हो चुका पिज्जा सर्व किया जा रहा था। फूड सेफ्टी विभाग ने तुरंत ऐसे पिज्जा को नष्ट करवा दिया और रेस्त्रां प्रबंधन को कड़ी चेतावनी दी।
अन्य बड़े आउटलेट्स पर भी गंदगी का आरोप
केएफसी, पिज्जा हट और कई अन्य बड़े ब्रांड्स के रेस्त्रां में भी सफाई की कमी और खराब गुणवत्ता वाले खाद्य सामग्री मिलने की पुष्टि हुई। कुछ आउटलेट्स में खाना खुले में रखा हुआ पाया गया, जिससे उसमें धूल-मिट्टी और बैक्टीरिया का खतरा बढ़ जाता है।
ग्राहक बोले- “भरोसा उठ गया”
जिन रेस्त्रां और आउटलेट्स पर ग्राहक आंख बंद कर भरोसा करते थे, उन्हीं में मिलावट और गंदगी की खबर सुनकर ग्राहकों में नाराजगी है। एक ग्राहक ने बताया, “हम यहां परिवार के साथ सुरक्षित और स्वादिष्ट खाने की उम्मीद से आते हैं, लेकिन अब इन बड़े ब्रांड्स पर भरोसा करना मुश्किल हो गया है।”
फूड सेफ्टी विभाग की सख्त कार्रवाई
फूड सेफ्टी विभाग ने दोषी पाए गए आउटलेट्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। साथ ही, जिन आउटलेट्स के सैंपल फेल हुए हैं, उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि ग्राहकों की सुरक्षा के लिए समय-समय पर छापेमारी जारी रहेगी।
खाद्य सुरक्षा और ग्राहक जागरूकता जरूरी
लखनऊ का यह मामला बताता है कि बड़े ब्रांड्स भी खाद्य सुरक्षा के मानकों का पालन करने में लापरवाही बरत सकते हैं। ग्राहकों को चाहिए कि वे खाने-पीने की चीजों की गुणवत्ता पर ध्यान दें और किसी भी संदिग्ध खाने की शिकायत तुरंत फूड सेफ्टी विभाग से करें।
निष्कर्ष
लखनऊ के बड़े ब्रांडेड रेस्त्रां में खाने-पीने की चीजों में मिलावट और खराब गुणवत्ता का मामला सिर्फ एक शहर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह ग्राहकों की सेहत और सुरक्षा के लिए एक गंभीर चेतावनी है। ग्राहकों को सावधानी बरतनी होगी और प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी होगी।