लखनऊ में गो-तस्करी के गैंगस्टर का हाफ एनकाउंटर: पुलिस की फायरिंग में घायल, तीन साथी गिरफ्तार
गोसाईंगंज में पुलिस ने घेरा, तस्करों ने की फायरिंग; पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गैंगस्टर घायल

लखनऊ। गो-तस्करी में फरार गैंगस्टर का लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार की आधी रात को हाफ एनकाउंटर किया। यह मुठभेड़ गोसाईंगंज इलाके में बेली अंडर पास के पास हुई, जहां पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की। फरार गैंगस्टर अपने दो साथियों के साथ कार में भाग रहा था। पुलिस की घेराबंदी के दौरान तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में गैंगस्टर घायल हो गया, जबकि उसके तीन साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम?
शुक्रवार की आधी रात को गोसाईंगंज पुलिस को सूचना मिली थी कि गो-तस्करी का एक गिरोह कार में भागने की कोशिश कर रहा है। पुलिस ने तत्काल नाकाबंदी कर बेली अंडर पास के पास घेराबंदी की। जैसे ही पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, गैंगस्टर और उसके साथियों ने पुलिस पर गोलियां चला दीं।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई
हमले का जवाब देते हुए पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें गैंगस्टर को गोली लग गई। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में लेकर सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में भर्ती कराया। गैंगस्टर के तीन अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
गैंगस्टर का आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस के अनुसार, घायल गैंगस्टर पर गो-तस्करी और अन्य अपराधों के कई मामले दर्ज हैं। वह लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से फरार था और इलाके में गो-तस्करी का बड़ा नेटवर्क चलाता था।
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
गोसाईंगंज पुलिस थाने के प्रभारी ने बताया, “गैंगस्टर गो-तस्करी में लंबे समय से वांछित था। उसके खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं। हमने उसके साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।”
तस्करों से क्या-क्या बरामद हुआ?
पुलिस ने तस्करों की कार से गो-तस्करी में इस्तेमाल होने वाले उपकरण, हथियार और गोवंश से संबंधित सामग्री बरामद की है। इसके अलावा, गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ कर उनके पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा रहा है।
लखनऊ में बढ़ती गो-तस्करी पर सख्ती
लखनऊ पुलिस ने गो-तस्करी और संगठित अपराधों पर लगाम लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया हुआ है। इस एनकाउंटर को भी उसी अभियान का हिस्सा माना जा रहा है। पुलिस का कहना है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ उनकी जीरो टॉलरेंस नीति जारी रहेगी।
जनता का क्या कहना है?
घटनास्थल के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि पुलिस की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की और कहा कि ऐसे अपराधियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
आगे क्या होगा?
पुलिस अब घायल गैंगस्टर का मेडिकल उपचार कर रही है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस उससे और उसके साथियों से पूछताछ कर गो-तस्करी के नेटवर्क को खत्म करने की योजना बना रही है।
निष्कर्ष
लखनऊ पुलिस की यह कार्रवाई संगठित अपराध और गो-तस्करी पर सख्त संदेश देती है। कानून तोड़ने वाले अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा और पुलिस उनकी हरकतों पर कड़ी नजर रखेगी।