इंदिरा डैम में 35 घंटे बाद वकील का शव मिला:बचाने के लिए भांजे ने भी लगाई थी छलांग, परिजन बोले- सुसाइड नहीं, पैर फिसला था

लखनऊ। लखनऊ के चिनहट इलाके में स्थित इंदिरा डैम में 35 घंटे की खोजबीन के बाद वकील अनुपम तिवारी का शव मिल गया है। SDRF की टीम ने वकील का शव गोसाईंगंज में सिठौली जेल के पास बरामद किया। इस हादसे में वकील के साथ उनका भांजा शिवम उपाध्याय भी डूब गया था, जिसका शव 12 घंटे पहले ही मिल गया था।
घटना का विवरण: शुक्रवार रात वकील अनुपम तिवारी किसी कारणवश इंदिरा डैम में गिर गए। उन्हें बचाने के लिए भांजे शिवम उपाध्याय ने भी डैम में छलांग लगा दी, लेकिन दोनों डूब गए। SDRF और स्थानीय गोताखोरों की टीम ने तुरंत तलाश शुरू की, लेकिन शव मिलने में 35 घंटे का समय लग गया।
परिजनों का दावा: वकील अनुपम तिवारी के परिजनों का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं थी, बल्कि पैर फिसलने के कारण वह डैम में गिरे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर इस घटना को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
SDRF की खोजबीन: SDRF की टीम ने दिन-रात मेहनत करते हुए दोनों शवों को बरामद किया। टीम ने बताया कि पानी का तेज बहाव और गहराई के कारण खोजबीन में समय लगा।
शिवम उपाध्याय का बलिदान: शिवम उपाध्याय ने अपने मामा अनुपम तिवारी को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की और डैम में कूद गए। उनकी बहादुरी ने सभी को भावुक कर दिया है।
पुलिस की कार्रवाई: पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की पुष्टि नहीं हुई है।
क्षेत्र में शोक का माहौल: इस दुखद घटना के बाद चिनहट क्षेत्र में शोक की लहर है। परिजनों और दोस्तों ने वकील अनुपम तिवारी और शिवम उपाध्याय के निधन पर शोक व्यक्त किया है।