100 की स्पीड में 3 सेकेंड में 3 को रौंदा: लखनऊ हादसे में संविदा कर्मी की मौत, बच्चा जिंदगी की जंग में, महिला घायल

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के दिल दहला देने वाले सड़क हादसे में तेज रफ्तार कार ने महज 3 सेकंड में 3 लोगों को रौंद दिया। हादसे में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में संविदा पर कार्यरत कर्मचारी की मौके पर मौत हो गई, जबकि 5वीं कक्षा में पढ़ने वाला बच्चा गंभीर रूप से घायल है। एक महिला भी हादसे में जख्मी हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यदि पास का काउंटर न होता, तो हादसा और भयावह हो सकता था।
🚨 हादसा कैसे हुआ?
घटना मंगलवार दोपहर हजरतगंज थाना क्षेत्र में हुई, जहां एक महिला तेज रफ्तार हुंडई कार चला रही थी। कार की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे से अधिक थी। नियंत्रण खोने के बाद कार ने फुटपाथ पर खड़े तीन लोगों को टक्कर मार दी।
- पहला शिकार बना KGMU संविदा कर्मचारी रमेश तिवारी (45)
- दूसरी पीड़िता हैं शांति देवी (38), हालत स्थिर है
- तीसरा पीड़ित पांचवीं कक्षा का छात्र आरव (10) है, जो अस्पताल में वेंटिलेटर पर है
📍 “काउंटर नहीं होता तो 10-15 और मरते”: चश्मदीद
प्रत्यक्षदर्शी रवि वर्मा ने बताया,
“कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि वह सीधे फुटपाथ पर चढ़ गई। अगर वहां पानी का काउंटर न होता, तो गाड़ी लोगों को कुचलते हुए दूर तक चली जाती।”
कार से टकराकर 10 प्लास्टिक कूलर और आसपास खड़ी दो दुकानें भी क्षतिग्रस्त हो गईं।
🚓 महिला ड्राइवर गिरफ्तार, FIR दर्ज
पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर कार सवार महिला चालक को हिरासत में ले लिया है। उसके खिलाफ IPC की धारा 304A (लापरवाही से मौत), 279 (तेज वाहन चलाना) सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि महिला कार सीख रही थी और उसके पास स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था।
🏥 आरव की हालत नाजुक, डॉक्टरों की टीम लगी
आरव को KGMU ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों के अनुसार सिर में गहरी चोटें हैं और अगले 48 घंटे बेहद क्रिटिकल हैं।
🔚 निष्कर्ष
लखनऊ में हुआ यह हादसा तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग का नतीजा है, जिसमें एक परिवार उजड़ गया और एक मासूम बच्चा मौत से लड़ रहा है। ऐसे हादसे न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि सड़क पर हर सेकेंड की लापरवाही, जिंदगियां लील सकती है।