लखनऊ
KGMU ट्रॉमा सेंटर में इलाज के अभाव से युवक की मौत: बहन चीखती रही, स्टाफ ने निडिल से किया हमला, गार्ड्स ने पीटा

लखनऊ: के प्रतिष्ठित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के ट्रॉमा सेंटर में मेडिकल लापरवाही का एक और मामला सामने आया है।
29 वर्षीय युवक की मौत के बाद उसकी बहन का रोते-चीखते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वह स्टाफ और गार्ड्स पर मारपीट और लापरवाही के गंभीर आरोप लगा रही है।
क्या है पूरा मामला?
- मृतक युवक की पहचान विवेक सिंह (29) के रूप में हुई है
- बहन के अनुसार, विवेक को गंभीर स्थिति में ट्रॉमा सेंटर लाया गया था
- डॉक्टरों से बार-बार ऑक्सीजन देने की गुहार लगाने के बावजूद
समय पर उपचार नहीं मिला - बहन का आरोप है कि स्टाफ ने उसके साथ बदसलूकी की और निडिल (सुई) से हमला किया
- सुरक्षा गार्ड्स ने भी उसे पीटने की कोशिश की
बहन की चीखें बनी सिस्टम पर सवाल:
वीडियो में बहन चिल्लाते हुए कहती है:
“भाई को ऑक्सीजन नहीं मिली… तुम सबने मार डाला… ये अस्पताल है या कत्लगाह?”
वीडियो में पीछे स्टाफ और गार्ड्स की हलचल और भीड़ स्पष्ट दिखाई देती है।
वायरल वीडियो से मचा बवाल:
- वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है
- लोग KGMU प्रशासन और सरकार से जवाबदेही की मांग कर रहे हैं
- कुछ यूज़र्स ने कहा – “यह लखनऊ का सबसे बड़ा सरकारी मेडिकल संस्थान है,
फिर भी यहां यह हाल है तो बाकी जगह क्या होगा?”
KGMU प्रशासन की सफाई:
- अस्पताल प्रशासन ने मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है
- एक अधिकारी ने कहा: “हम घटना की गंभीरता को समझते हैं, दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी”
- CCTV फुटेज और स्टाफ के बयान रिकॉर्ड किए जा रहे हैं
मानवाधिकार आयोग ने मांगा जवाब:
इस घटना के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार और KGMU प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है।
अगर आरोप सही साबित होते हैं तो कई जिम्मेदारों पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
निष्कर्ष:
KGMU जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में मरीज की मौत, स्टाफ की हिंसा और लापरवाही की यह घटना
स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक कड़ा सवाल है।
जरूरत है कठोर निरीक्षण, पारदर्शिता और जवाबदेही की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं।